श्वेत पुलिस कर्मियों की कार्रवाई में मारे गए अश्वेत लोगों के लिए न्याय की मांग करते हुए अमेरिका के विभिन्न शहरों में हजारों लोगों ने रैली निकाली। पिछले कई सप्ताह से अमेरिका में इस मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं।
माइकल ब्राउन और एरिक गार्नर के परिजन कल वाशिंगटन में हुए ‘जस्टिस फॉर ऑल मार्च’ में प्रदर्शनकारियों के बीच मौजूद थे। यह प्रदर्शन उसी विरोध आंदोलन का ही एक हिस्सा है, जो 18 वर्षीय निहत्थे ब्राउन को अगस्त में गोली मारे जाने के बाद खड़ा हुआ।
ग्रैंड ज्यूरी ने फर्ग्यूसन, मिसौरी में हुई हत्या के मामले में पिछले माह पुलिस अधिकारी डैरेन विल्सन पर अभियोग न चलाने का फैसला किया था। इसके बाद छह बच्चों के पिता गार्नर की स्टेटन आइलैंड में ‘दम घोंटने पर’ हुई मौत के मामले में भी अन्य ज्यूरी ने एक और श्वेत पुलिसकर्मी पर आरोप तय करने से इंकार कर दिया था।
इन दोनों मौतों के अलावा पिछले माह 12 वर्षीय तामिर राइस क्लीवलैंड पुलिस की गोली से उस समय मारा गया था, जब वह खिलौना बंदूक लहरा रहा था। पुलिसिया कार्रवाई में मौतों के इन मामलों से अमेरिका में पुलिस के रवैये के प्रति रोष पैदा हो गया और कई अफ्रीकी मूल के अमेरिकी नागरिकों में कानून व्यवस्था के प्रति अविश्वास पैदा हो गया।
प्रदर्शनकारियों का हुजूम न्यूयॉर्क में भी उमड़ा । हजारों प्रदर्शनकारी बेहद सर्द मैनहट्टन में भी एकत्र हुए और उन्होंने यहां की बड़ी सड़कें अवरुद्ध कर दीं। प्रदर्शनकारी चिल्ला रहे थे- ‘‘हम न्यूयार्क शहर को बंद करेंगे’’ और ‘‘अश्वेतों की जिंदगी भी कीमती है।’’