इंडिया क्या अब तो पूरी दुनिया में पत्र लिखना और भेजना पुरानी बात हो गई है। ईमेल, व्हाट्सएप या वीडियो कॉल के जमाने में एक इंटरेस्टिंग खबर आई है। स्पेन में कोर्ट ने एक पिता को सिर्फ इसलिए दो साल जेल की सजा सुनाई क्योंकि उसने अपने बेटे का खत खोलकर पढ़ लिया। कोर्ट ने इस सजा के अलावा पिता पर 2.33 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है।
स्पेन की कोर्ट ने 10 साल के बेटे की निजता का उल्लंघन मानते हुए ये सजा सुनाई। अभियोजन पक्ष का आरोप था कि जिस खत को उसके पिता ने खोला दरअसल वह उसे खोलने के लिए अधिकृत ही नहीं था। उस खत पर बेटे का नाम लिखा था। इसी वजह से कोर्ट ने इसे निजता का उल्लंघन माना और सजा सुनाई।
अभियोजन पक्ष ने कोर्ट में कहा था यह खत बेटे को उसकी मौसी ने भेजा था। पिता को ये खत नहीं खोलने का अधिकार था। इसमें मौसी ने बेटे को बताया था कि कैसे 2012 में पिता ने उसकी मां के साथ दुर्व्यवहार किया था और बेटे के पास इतने सुबूत थे कि वह पिता के खिलाफ जुर्म साबित कर सकता था। वहीं पिता ने अपने बचाव में खत खोलने की कोई वजह नहीं बताई बस कहा कि बेटे की मौसी कैसे उसके खिलाफ बेटे को गवाही देने के लिए भड़का रही है।
2012 में ही बेटे की मां ने अपने पर हुए हिंसा के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए आवेदन किया था। उस दौरान मां ने अपने पति पर आरोप लगाया था कि उसने उसकी निजी जानकारी को सार्वजनिक कर अपमानित किया था।
17 साल बाद जब बेटे की मौसी को ये बात पता चली तो उसने अदालत से 2 साल जेल और 2.33 लाख रुपए जुर्माने की मांग की थी। वहीं पिता ने अपने बचाव में कहा था कि वह पत्र उसने गलती से खोल दिया था। इसमें लिखी बात सबसे पहले उन्होंने बेटे को बताई थी। पिता के वकील का कहना था कि अभिभावक होने के नाते उनका हक है कि वह ऐसा कर सकते हैं। अभी इस मामले पर सुनवाई चल रही है। ये फैसला सिर्फ खत खोलने की गलती के कारण हुई है। असल मामले की सुनवाई अभी जारी है।