पाकिस्तान में माता-पिता अब अपनी मृत बेटियों की कब्र पर ताले लगाकर उन्हें बलात्कार से बचा रहे हैं। ऐसी खबर सोशल मीडिया पर प्रचारित की गई। मीडिया रिपोर्ट में ये भी दावा किया गया कि पाकिस्तान में नेक्रोफिलिया के मामले बढ़ रहे हैं। डेली टाइम्स की रिपोर्ट में लिखा गया, “एक देश में हर दो घंटे में एक महिला का बलात्कार किया जाता है, जो अपने परिवार-उन्मुख मूल्यों पर बहुत गर्व करती है। महिलाओं की कब्रों पर लगे ताले का दिल दहला देने वाला दृश्य पूरे समाज के लिए शर्म से अपना सिर झुकाने के लिए काफी है।” लेकिन वायरल घटना पाकिस्तान की नहीं है।
हैरिस सुल्तान जो एक पूर्व-मुस्लिम नास्तिक एक्टिविस्ट हैं और “द कर्स ऑफ गॉड, व्हाई आई लेफ्ट इस्लाम” पुस्तक के लेखक हैं, उन्होंने इस तरह के घृणित कृत्यों के लिए कट्टरपंथी इस्लामवादी विचारधारा को दोषी ठहराया। सुल्तान ने ट्वीट करते हुए लिखा था, “पाकिस्तान ने इतना कामुक, यौन कुंठित समाज बनाया है कि लोग अब अपनी बेटियों की कब्र पर ताले लगा रहे हैं ताकि उनका बलात्कार न हो। जब आप बुर्के को बलात्कार से जोड़ते हैं, तो यह आपके पीछे-पीछे कब्र तक जाता है।”
वहीं ये खबर झूठी पाई गई। ऑल्ट न्यूज के फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर ने ट्वीट किया कि इस रिपोर्ट में इस्तेमाल की गई हरे रंग की ग्रिल वाली तस्वीर हैदराबाद की थी। उन्होंने स्थानीय लोगों के हवाले से ट्वीट कर लिखा कि ग्रिल्स का इस्तेमाल लोगों को बिना अनुमति के पुरानी कब्रों पर शवों को दफनाने से रोकने के लिए किया जाता है। कब्र एक बूढ़ी औरत की थी जिसके बेटे ने ग्रिल लगाई थी। उन्होंने ट्वीट किया कि यह लोगों को कब्र पर कदम रखने से रोकने के लिए भी था।
बता दें कि ये खबर सोशल मीडिया पर वायरल भी हुई थी। पाकिस्तान के एक ट्विटर यूजर साजिद यूसुफ शाह ने लिखा, “पाकिस्तान द्वारा बनाए गए सामाजिक माहौल ने एक यौन आरोपित और दमित समाज को जन्म दिया है, जहां कुछ लोगों ने यौन हिंसा से बचाने के लिए अपनी बेटी की कब्र पर ताला लगाने का सहारा लिया है। एक व्यक्ति का पहनावा ही दुख और निराशा से भरे रास्ते की ओर ले जाता है।”
पाकिस्तान में 2011 में एक नेक्रोफिलिया का मामला सामने आया था, जब कराची के उत्तरी नजीमाबाद में मुहम्मद रिजवान नाम के एक कब्र रक्षक को 48 महिलाओं के शवों के साथ दुष्कर्म करने की बात कबूल करने के बाद गिरफ्तार किया गया था। पाकिस्तान के राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अनुसार 40 प्रतिशत से अधिक पाकिस्तानी महिलाएं अपने जीवनकाल में कम से कम एक बार किसी न किसी रूप में हिंसा का शिकार होती हैं।
नेक्रोफिलिया क्या है?
नेक्रोफिलिया एक ग्रीक शब्द है। नेक्रो का मतलब शव और फीलिया का मतलब प्यार से है। इस तरह से नेक्रोफिलिया का मतलब मरे हुए लोगों के साथ संबंध बनाकर आनंद हासिल करना है।