Bangladesh Milestone Jet Crash: बांग्लादेश की राजधानी ढाका में एयरफोर्स का ट्रेनिंग एयरक्राफ्ट बीते दिन हादसे का शिकार हो गया। इस हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 27 हो गई है। माइलस्टोन स्कूल की एक टीचर इस भयावह मंजर को याद कर सिहर गई। उन्होंने कहा कि बच्चे दहशत में इधर-उधर भाग रहे थे और उनके शरीर जल रहे थे।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, माइलस्टोन स्कूल की टीचर पूर्णिमा दास ने फेसबुक पर पोस्ट कर बताया, ‘तब तक उस इमारत में 80 फीसदी बच्चे घर जा चुके थे। तभी इमारत में एक भयानक शोर हुआ, इससे पहले कि मैं कुछ समझ पाती, मैंने छोटे बच्चों को भागते हुए देखा। मैंने देखा कि उनके शरीर में आग लगी हुई थी।’ उन्होंने बताया कि वह भागकर गईं और कुछ जले हुए छात्रों पर पानी डाला। तब तक आग और दहशत, दोनों ही स्कूल के बाकी हिस्सों में फैल चुकी थीं। इस बीच, एक टीचर ने चिल्लाकर कमरे खाली करने को कहा।
स्कूल की बिल्डिंग पर गिरा बांंग्लादेश एयरफोर्स का विमान
भयावह मंजर देख सिहर गई टीचर
दास ने कहा, ‘जब मैं कमरे से बाहर आई, तो मैंने बहुत ज्यादा आग देखी। पूरा गलियारा जल रहा था। सिर्फ दो फीट की दूरी पर, मेरा एक सहकर्मी आग में फंस गया था। वह मेरे पैरों पर गिर पड़ा और बचाने की गुहार लगा रहा था। उसका पूरा शरीर जल गया था। मैं वहां पत्थर की तरह खड़ी रही। किसी ने मुझे खींच लिया और हमें बाहर निकाला गया।’ पांच मिनट बाद जब वह लौटी, तो उसने बताया कि उसने बिल्डिंग में छोटे बच्चों के जले हुए शव देखे। सदमे में डूबी टीचर ने कहा, ‘मुझे खरोंच तक नहीं आई, मुझे कुछ क्यों नहीं हुआ, मुझे नहीं पता। उन छोटे बच्चों के चेहरे मेरी आंखों के सामने घूम रहे हैं।’
बच्चों को ढूंढ रहे परिजन
ढाका ट्रिब्यून के अनुसार, सोमवार को शेख हसीना नेशनल बर्न इंस्टीट्यूट में माता-पिता भागते हुए आ रहे थे। वह अपने बच्चों को ढूंढ रहे थे और केवल उनके कपड़ों से उन्हें पहचानने की कोशिश कर रहे थे और हर वार्ड के सामने रो रहे थे। अस्पताल के गलियारों में अनगिनत माता-पिता फूट-फूट कर रो पड़े। हर कुछ मिनटों में एंबुलेंस बर्न इंस्टीट्यूट में पहुंचती रहती थी और आसपास का माहौल प्रियजनों की करुण पुकार से भारी हो जाता था। इंस्टीट्यूट के ग्राउंड फ्लोर से लेकर पांचवी मंजिल तक हर वार्ड के सामने परिवार के लोग अपने बच्चों, भाइयों या बहनों को ढूंढ़ रहे थे। कुछ को वे मिल गए, तो कुछ को अब तक नहीं मिले।