उत्तरी अफगानिस्तान में स्कूल की 80 छात्राओं को जहर दिए जाने का मामला सामने आया है। जहर दिए जाने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया। एक स्थानीय शिक्षा अधिकारी ने बताया कि सर-ए-पुल प्रांत में .ये घटनाएं हुई हैं। यहां दो गर्ल्स स्कूल को निशाना बनाया गया था। अफगानिस्तान में 2021 में तालिबान के कब्जे के बाद लड़कियों को उच्च शिक्षा की अनुमति नहीं है।

एक ही जिले के दो स्कूलों को बनाया गया निशाना

अफगानिस्तान ने साल 2021 में अफगान पर कब्जा किया था, तब से वह महिलाओं की पढ़ाई को लेकर सख्ती बरतता आ रहा है। यहां दो गर्ल्स स्कूलों में छात्राओं को निशाना बनाया गया है। प्रांतीय शिक्षा विभाग के प्रमुख मोहम्मद रहमानी ने कहा कि यह घटना संगचरक जिले की है। उन्होंने बताया कि नसवान-ए-कबोद आब स्कूल में 60 छात्राओं को जहर दिया गया और नसवान-ए-पैजाबाद स्कूल में भी छात्रों को जहर दिया गया है। शिक्षा अधिकारी ने इन घटनाओं को लेकर ज्यादा जानकारी नहीं दी और कहा कि आपसी रंजिश के चलते ऐसा किया गया है।

द्वेष की भावना से दिया गया अंजाम: अधिकारी

रहमानी ने कहा कि विभाग जांच कर रहा है और शुरुआती पूछताछ से पता चलता है कि किसी ने द्वेष की भावना से इन हमलों को अंजाम दिया है। अभी तक इसकी कोई खबर नहीं है कि लड़कियों को कैसे जहर दिया गया और ना ही इस बात की कोई जानकारी है कि लड़कियों की क्या उम्र है और वह किस कक्षा में पढ़ती हैं।

छात्राओं की हालत अब ठीक: अधिकारी

रहमानी ने न्यूज एजेंसी एपी को बताया कि दोनों प्राथमिक स्कूल एक-दूसरे के करीब हैं और एक के बाद एक उन्हें निशाना बनाया गया। उन्होंने बताया कि घटना के बाद छात्राओं को अस्पताल में भर्ती करवाया गया और अब उनकी हालत ठीक है। उन्होंने यह भी बताया कि विभाग इस मामले में जांच कर रहा है और शुरुआती पूछताछ से सामने आया कि आपसी रंजिश के चलते इस घटना को अंजाम दिया गया है। हालांकि, रहमानी ने इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी है कि लड़कियों को किस तरह जहर दिया गया।