Earthquake : अफगानिस्तान और तजाकिस्तान में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक मंगलवार को आए भूकंप की तीव्रता तजाकिस्तान में रिक्टर स्केल पर 4.3 की और अफगानिस्तान में 4.1 तीव्रता दर्ज की गई है।

मणिपुर में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के मुताबिक मणिपुर के नोनी जिले में महसूस किए गए इस भूकंप की तीव्रता 3.2 दर्ज की गई है। भूकंप तड़के करीब 2 बजकर 46 मिनट पर आया और इसकी गहराई 25 किलोमीटर थी।

इससे पहले 19 फरवरी को आंध्र प्रदेश के एनटीआर जिले के नंदीगामा शहर में भूकंप आया था। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, भूकंप इंदौर से करीब 151 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में धार में दोपहर करीब 1 बजे आया। भूकंप एजेंसी ने कहा कि भूकंप का केंद्र पृथ्वी की सतह से 10 किलोमीटर की गहराई में था। तुर्की और सीरिया में छह फरवरी की शुरुआत में आए भूकंप के बाद 50 हजार से ज्यादा लोग जान गवा चुके हैं।

जानिए क्यों आता है भूकंप

बता दें कि पृथ्‍वी टैक्टॉनिक प्लेट पर स्थित है। प्लेटों के नीचे लिक्विड पदार्थ है जिस पर टैक्टोनिक प्लेट्स तैरती रहती है। कई बार ये प्लेट्स आपस में टकरा जाती हैं और ज्यादा दबाव पड़ने से ये प्लेट्स टूटने भी लगती है। फिर नीचे उत्पन्न हुई उर्जा बाहर निकलने का रास्‍ता खोजती है और जब इससे डिस्‍टर्बेंस बनता है तो भूकंप आता है। हर साल ये प्लेटें अपनी जगह से 4-5 मिमी खिसक जाती हैं।

बता दें कि जब 3 से 3.9 की तीव्रता का भूकंप आता है तो कोई तेज रफ्तार गाड़ी आपके बगल से गुजर जाए, ऐसा असर होता है। वहीं 4 से 4.9 की तीव्रता पर खिड़कियां हिलने लगती है। 5 से 5.9 की तीव्रता पर घरों के अंदर रखे सामान जैसे फर्नीचर आदि हिलने लगते हैं। जबकि 6 से 6.9 की तीव्रता पर कच्चे मकान और घर गिर जाते हैं। घरों में दरारें पड़ जाती है।