अमेरिकी चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस के बीच में पहली डिबेट शुरू हो गई है। कई मुद्दों पर तीखी बहस देखने को मिल रही है। डेमोक्रेट पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस ने सबसे बड़ा दावा करते हुए कह दिया है कि ट्रंप अमेरिका का संविधान खत्म करना चाहते हैं। यह अलग बात है कि ट्रंप ने भी उस दावे को खारिज करने में देर नहीं लगाई और उसे फेक बता दिया।
कमला का आरोप- ट्रंप संविधान खत्म करना चाहते
असल में कमला हैरिस ने डिबेट के दौरान जोर देकर कहा कि ट्रंप वो शख्स हैं जिन्होंने साफ-साफ कहा था कि वो संविधान को खत्म कर देंगे, मैं उन्हें कोट करने का काम कर रही हूं- उन्होंने कहा था कि मैं अमेरिका का संविधान खत्म कर दूंगा। अब इस विवाद का बैकग्राउंड यह है कि डोनाल्ड ट्रंप ने साल 2022 में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा था कि किसी भी तरह का चुनावी फ्रॉड संविधान खत्म करने का आधार बन सकता है। उनके उसी बयान को कमला हैरिस ने इस डिबेट में हमला करने का हथियार बनाया।
सिलिकॉन वैली से कमला हैरिस और ट्रंप को कितना मिला चंदा?
डेमोक्रेट्स की वजह से मुझ पर हमला- ट्रंप
डिबेट के दौरान जब कमला लगातार हमलावर रहीं, डोनाल्ड ट्रंप ने बड़ा आरोप लगाते हुए कह दिया कि उन पर जो जानलेवा हमला हुआ, उसके लिए डेमोक्रेट पार्टी जिम्मेदार है। डिबेट के दौरान ट्रंप ने दो टूक कहा कि डेमोक्रेट्स के प्रोपेगेंडा की वजह से ही इस साल जुलाई में उन पर जानलेवा हमला हुआ था। जो बाते यह लोग करते हैं, उस वजह से मैंने अपने सिर में गोली खाई थी। ये लोग लोकतंत्र की बात करते हैं, ये खुद ही उस लोकतंत्र के लिए एक बड़ा खतरा हैं।
ट्रंप पर हेराफेरी के 34 गंभीर मामले- कमला
लाइव डिबेट के दौरान एक वक्त ऐसा भी आया जब दोनों ट्रंप और हैरिस अमेरिका की कानून व्यवस्था को लेकर तीखी बहस करने लगे। कमला हैरिस ने ट्रंप के उन दावों को नकार दिया जहां कहा गया कि बाइडेन शासनकाल में अपराध में बढ़ोतरी हुई है। कमला हैरिस ने जोर देकर कहा कि ऐसे दावे उस शख्स की तरफ से आ रहे हैं जिस पर राष्ट्रीय सुरक्षा, आर्थिक जुर्म, चुनावी हस्ताक्षेप जैसे गंभीर मामलों में मुकदमा चल रहा हो। यह भी नहीं भूलना चाहिए कि हेराफेरी के 34 गंभीर मामलों में इसी साल मई में कोर्ट ने ट्रंप को दोषी माना है।
हर कीमत पर खत्म हो रूस-यूक्रेन युद्ध- ट्रंप
अब इन मुद्दों पर बहस के बाद रूस यूक्रेन युद्ध को लेकर भी दोनो नेताओं के बीच में चर्चा देखने को मिली। डोनाल्ड ट्रंप ने तो अपनी नीति स्पष्ट करते हुए कहा कि इस युद्ध को अब हर कीमत पर समाप्त होना चाहिए। उनके मुताबिक बातचीत कर इस मामले को सुलझाने की जरूरत है, बाइडेन की लीडरशिप में ऐसा नहीं हो पाया। इस पर पलटवार करते हुए कमला हैरिस ने कहा कि अगर डोनाल्ड ट्रंप वर्तमान में अमेरिका के राष्ट्रपति होते तो पुतिन अभी रूस नहीं कीव में बैठे होते। उन्होंने जोर देकर बोला कि पुतिन के लिए रूस-यूक्रेन युद्ध के अलग मायने हैं।
अफगानिस्तान से सेना का वापस आना ठीक- कमला
वैसे विवाद तो अफगानिस्तान मुद्दे को लेकर भी देखने को मिला, डिबेट के दौरान कमला हैरिस ने बाइडेन के उस कदम को बिल्कुल ठीक बताया जिसमें अमेरिकी सेना को अफगानिस्तान से बाहर निकलने के लिए कहा गया था। उन्होंने यहां तक कहा कि ट्रंप ने राष्ट्रपति रहते हुए एक बकवास और दिशाहीन डील तालिबान के साथ की थी। इस पर ट्रंप ने भी अपनी सफाई देते हुए उल्टा बाइडेन पर तीखा हमला किया।
बाइडेन ने अमेरिका को शर्मसार किया- ट्रंप
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि बाइडेन की सरकार ने ही तालिबान को तय अग्रीमेंट को तोड़ने में मदद की। जिस तरह से सेना को इन लोगों ने वापस बुलाया, मैं मानता हूं कि वो अब तक का सबसे खराब तरीका था। इसे अमेरिका के इतिहास में सबसे शर्मसार करने वाली घटना के रूप में देखा जाना चाहिए। वैसे मैं यहां साफ कर दूं कि इसी वजह से रूस ने भी यूक्रेन पर हमला किया था क्योंकि उन्हें भी अहसास हो चुका था कि कमला और बाइडेन में इतनी क्षमता ही नहीं कि वो इसे रोक सकें।