अमेरिका में चुनाव से पहले पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हत्या की कोशिश का एक और मामला सामने आया है। ट्रंप की कैलिफोर्निया में रैली के दौरान एक शख्स रैली में प्रवेश करने की कोशिश कर रहा था। जब पुलिस ने देखा कि उसकी कार रजिस्टर्ड नहीं थी। पुलिस ने जब उसकी कार की तलाशी ली तो उसमें से फर्जी प्रेस कार्ड, फर्जी पासपोर्ट और बंदूक बरामद हुई। आरोपी की पहचान 49 वर्षीय मिलर के तौर पर हुई है। इससे पहले भी ट्रंप पर हत्या की दो बार कोशिश हो चुकी है।
पुलिस के मुताबिक आरोपी के पास से कई नकली लाइसेंस प्लेट भी बरामद हुई हैं। इसे लेकर आशंका जताई जा रहा है कि यह शख्स रैली में ट्रंप की हत्या करने के मकसद से आया था। रिवरसाइड काउंटी शेरिफ चाड बियांको ने कहा कि पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या यह शख्स ट्रंप की हत्या करने आया था। फिलहाल एक बड़े हमले का नाकाम कर दिया गया है। आरोपी वेम मिलर लॉस वेगस का रहने वाला है। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि मिलर एक रजिस्टर्ड रिपब्लिकन हैं। वो 2022 में नेवादा में राज्य विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुका है। इसे पहले भी पुलिस कई मामलों में गिरफ्तार कर चुकी है। हाल ही में इसे 5000 डॉलर की जमानत के बाद रिहा किया गया था।
ट्रंप पर हमले की इससे पहले भी दो बार कोशिश हो चुकी है। एक बंदूकधारी ने पेंसिल्वेनिया में 13 जुलाई को चुनावी रैली के दौरान ट्रंप को निशाना बनाकर गोलीबारी की थी। इस हमले में एक गोली ट्रंप के दाहिने कान को छूकर निकल गई थी। इसके बाद ट्रंप पर एक बार और हमले की कोशिश की गई। पिछले महीने ट्रंप गोल्फ खेल रहे थे। उनसे कुछ ही दूरी पर तैनात सीक्रेट सर्विस के एजेंटों ने देखा कि लगभग 400 गज की दूरी पर मैदान के किनारे झाड़ियों के बीच एके राइफल का हिस्सा बाहर निकला हुआ था।
अधिकारियों ने बताया कि एक एजेंट ने गोली चलाई, जिसके बाद राउथ ने राइफल गिरा दी और एक एसयूवी में भाग गया। उन्होंने बताया कि राउथ ने भागते वक्त बंदूक के साथ 2 बैकपैक, निशाना लगाने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक स्कोप और कैमरा भी मौके पर छोड़ दिया था। राउथ को बाद में पड़ोसी काउंटी में पुलिस ने रोक लिया। इसके बाद से एहतियात के तौर पर ट्रंप चुनाव प्रचार के दौरान बुलेट प्रूफ शीशे के पीछे से अपनी रैलियों को संबोधित कर रहे हैं।