मेक्सिको, कनाडा और चीन पर टैरिफ लगाने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस बात के संकेत दिए हैं कि वह जल्द ही यूरोपीय यूनियन से आने वाले सामानों पर भी टैरिफ रूल लागू करेंगे। ब्लूमबर्ग टीवी से बात करते हुए ट्रंप ने कहा कि उन्होंने हमारा वास्तव में फायदा उठाया है और हम 300 बिलियन डॉलर से अधिक के घाटे में हैं। निश्चित रूप से यूरोपियन यूनियन के साथ ये होगा। हालांकि अभी मैं ये नहीं कहूंगा कि इसके लिए कोई समय निर्धारित है। लेकिन ये बहुत ही जल्दी होने वाला है।

यूरोपियन यूनियन ने ट्रंप द्वारा दिए गए बयान को लेकर कहा है कि यदि राष्ट्रपति ट्रंप संघ पर टैरिफ लागू करना चाहते हैं। तो जो भी देश यूरोपियन यूनियन के सदस्य है तो वो सभी इसका दृढ़ता से जवाब देंगे। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के आधार पर यूनियन के एक प्रवक्ता ने बताया कि अभी किसी भी यूरोपियन यूनियन के उत्पादों पर टैरिफ रूल लगाने को लेकर जानकारी नहीं है। हालांकि प्रवक्ता ने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि टैरिफ मामला संबंधित सभी पक्ष के लिए हानिकारक है।

ट्रंप की निति पर ट्रू़डो भड़के

यूरोपियन यूनियन के प्रवक्ता ने इस पर कहा, ‘यूरोपीय संघ ऐसे किसी भी व्यापारिक साझेदारी के खिलाफ कड़ा रुख अपनाएगा जो संघ को लेकर मनमाने तरीके से टैरिफ लगाता है।’ इस मामले में बहुत कुछ दांव पर लगा है। ऐसे में देखे तो राष्ट्रपति ट्रंप की धमकी ऐसे समय पर आई है जब उन्होंने कुछ दिनों पहले ही कनाडा और मेक्सिको से अवैध अप्रवासी और तस्करी करने वाले के कारण आयातित होने वाले वस्तुओं पर 25 फीसदी तथा चीन से आयातित वस्तुओं पर 10 फीसदी टैरिफ लगाने का आदेश दिया जा चुका है।

कनाडा-मेक्सिको पर 25%, चीन पर लगाया 10% टैरिफ; जानिए इसके पीछे की बड़ी वजह

अमेरिका द्वारा कनाडा के सामानों पर लगाए टैरिफ के बाद कनाडा ने भी जवाबी कार्रवाई की। कनाडा ने भी अमेरिका द्वारा आयात होने वाले सामानों पर 25 फीसदी शुल्क लगा दिया। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भी अमेरिका को चेतावनी देते हुए कहा कि ट्रंप के इस कदम से उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे।

भारत के असर पर वित्त मंत्री ने दिया था जवाब

वहीं ट्रंप की इस टैरिफ नीति को लेकर भारत के परिपेक्ष्य में बात करें तो बीते दिनों वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने समाचार एजेंसी पीटीआई को दिए गए इंटरव्यू में कहा था कि इस घटना का असर भारत के लिए क्या होगा, हम नहीं जानते। लेकिन अप्रत्यक्ष रूप से भारत पर असर हो सकता है। हालांकि हम इसको लेकर सतर्क रहेंगे। लेकिन इसका अनुमान नहीं लगाया जा सकता कि क्या प्रभाव होगा। हालांकि इससे मैं चिंतित नहीं हूं।