Donald Trump News: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ ऐलान के बाद वैश्विक व्यापार में उथल-पुथल मच गई है। इसी बीच, अमेरिका के एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी की तरफ से बताया गया है कि डोनाल्ड ट्रंप के नए टैरिफ लागू करने की घोषणा के बाद से 50 से ज्यादा देशों ने बातचीत शुरू करने के लिए व्हाइट हाउस से संपर्क किया है। टैरिफ की वजह से अमेरिकी शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली है।
ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेन्ट ने कहा कि जब से डोनाल्ड ट्रंप ने देशों पर टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। उसके बाद से 50 से ज्यादा देशों ने अमेरिका के साथ बातचीत शुरू कर दी है। इसकी वजह से ट्रंप की ताकत में और भी इजाफा हो गया है। हालांकि, बेसेन्ट और बाकी अधिकारी ने उन देशों के नामों का खुलासा नहीं किया है। एक साथ कई देशों के साथ में बातचीत करना ट्रंप के प्रशासन के लिए एक चुनौती बन सकता है।
वैश्विक बाजार में आई गिरावट
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह नहीं चाहते कि वैश्विक बाजार में गिरावट आए, लेकिन वह काफी चिंतित नहीं हैं। उन्होंने आगे कहा कि कभी-कभी आपको कुछ ठीक करने के लिए दवा लेनी पड़ती है। ट्रंप ने कहा कि मैंने यूरोपीय, एशियाई और पूरी दुनिया के कई नेताओं से बात की। वे एक समझौते पर पहुंचने के लिए बेताब हैं और मैंने कहा, हम आपके देश के साथ घाटा नहीं करने जा रहे हैं। हम ऐसा नहीं करने जा रहे हैं, क्योंकि मेरे लिए घाटा एक नुकसान है।
कोरोना के बाद अमेरिकी बाजार में सबसे बड़ी गिरावट
रेसिप्रोकल टैरिफ एक सुंदर चीज- डोनाल्ड ट्रंप
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने टैरिफ कदम पर जोर देते हुए रेसिप्रोकल टैरिफ को एक सुंदर चीज कहा है। उन्होंने कहा कि इसका एक दिन सभी अमेरिकियों को एहसास होगा। ट्रंप ने कहा कि अमेरिका का चीन यूरोपीय संघ और कई अन्य देशों के साथ भारी वित्तीय घाटा है। इस समस्या को ठीक करने का एकमात्र तरीका टैरिफ है। यह अब अमेरिका में कई अरब डॉलर ला रहा है।
टैरिफ वसूलना शुरू
अमेरिका के कस्टम एजेंटों ने कई देशों से सभी इंपोर्ट पर डोनाल्ड ट्रंप के एकतरफा 10 फीसदी टैरिफ को वसूलना शुरू कर दिया है। वहीं कुछ देशों पर 11 से 50 फीसदी तक की हाई रेसिप्रोकल की टैरिफ दरें बुधवार से लागू होने वाली हैं। डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ थोपने के बाद विश्व में व्यापार युद्ध की आशंका