अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन (BBC) ने माफी मांगी है। बीबीसी के प्रमुख समीर शाह ने एक डॉक्यूमेंट्री में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भाषण को संपादित करने में हुई गलती के लिए माफी मांगी है। बीबीसी के चेयरमैन समीर शाह ने कहा कि निगम पैनोरमा के लिए डोनाल्ड ट्रंप के भाषण के संपादन को लेकर हुई गलती के लिए माफ़ी मांगना चाहता है।

500 से ज़्यादा शिकायतें

बीबीसी की माफ़ी कंपनी के दो सबसे वरिष्ठ अधिकारियों (बीबीसी न्यूज़ की मुख्य कार्यकारी अधिकारी डेबोरा टर्नेस और महानिदेशक टिम डेवी) के रविवार को इस्तीफ़े के बाद आई है। समीर शाह ने कहा मेमो के प्रकाशन के बाद से 500 से ज़्यादा शिकायतें मिली हैं। उन्होंने कहा कि हम स्वीकार करते हैं कि जिस तरह से भाषण को संपादित किया गया, उससे ऐसा लगता है कि यह सीधे तौर पर हिंसक कार्रवाई का आह्वान था।

क्या है मामला?

आलोचकों का कहना है कि बीबीसी की एक डॉक्यूमेंट्री के लिए भाषण को जिस तरह से संपादित किया गया, वह भ्रामक था और कुछ हिस्से को काट दिया गया था। वहीं डोनाल्ड ट्रंप ने बीबीसी महानिदेशक और समाचार सेवा प्रमुख के इस्तीफे का स्वागत किया। ट्रंप ने दोनों को बहुत बेईमान बताया। बीबीसी पर यह आरोप लगाया गया है कि वह अपनी रिपोर्टिंग में राजनीतिक तटस्थता बनाए रखने में विफल रहा है, जिसमें डोनाल्ड ट्रंप, इजरायल-हमास युद्ध और ट्रांस मुद्दों पर उसकी कवरेज भी शामिल है।

ट्रंप के भाषण को एडिट करने पर विवाद, बीबीसी के महानिदेशक और समाचार प्रमुख का इस्तीफा, अमेरिकी राष्ट्रपति बोले- बहुत बेईमान लोग

बीबीसी डॉक्यूमेंट्री में ट्रंप को अपने समर्थकों से यह कहते हुए सुना जा सकता था कि हम कैपिटल तक पैदल चलेंगे और वे जमकर लड़ेंगे। यह टिप्पणी उन्होंने अपने भाषण के एक अलग हिस्से में की थी।

अपने इस्तीफे में महानिदेशक डेवी ने कहा कि पांच साल बाद नौकरी छोड़ना पूरी तरह से मेरा फैसला है। वहीं समाचार सेवा प्रमुख टर्नेस ने कहा कि ट्रंप की डॉक्यूमेंट्री को लेकर विवाद ऐसे स्तर पर पहुंच गया है जहां यह बीबीसी को नुकसान पहुंचा रहा है और यह एक ऐसा संस्थान है जिससे मैं प्यार करती हूं। बीबीसी न्यूज एवं करेंट अफेयर्स की सीईओ होने के नाते इसके लिए मैं पूरी तरह से जिम्मेदार हूं।