अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनावों में रिपब्लिकन पार्टी के संभावित उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने मुस्लिमों का अमेरिका में प्रवेश प्रतिबंधित करने और अवैध प्रवासियों को देश से बाहर निकालने का अपना रूख दोहराया है। इन चुनावों में ट्रंप की प्रतिद्वंद्वी हिलेरी क्लिंटन के प्रचार अभियान ने तत्काल ही ट्रंप की आलोचना करते हुए कहा कि पूर्व विदेश मंत्री (हिलेरी) अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में उनकी इस विभाजनकारी और खतरनाक दिशा को बर्दाश्त नहीं करेंगी।

रिपब्लिकन पार्टी के संभावित उम्मीदवार बनने के एक दिन बाद ही ट्रंप ने प्राइमरी चुनाव के दौर में दिए गए विवादास्पद भाषण को वापस लेने से इंकार कर दिया। सीएनएन के साथ साक्षात्कार में, ट्रंप ने मुस्लिमों का अमेरिका में प्रवेश अस्थायी तौर पर प्रतिबंधित करने वाला बयान वापस नहीं लिया। इसी के साथ, उन्होंने कहा कि वह आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ने में मुस्लिम देशों के साथ मिलकर काम करेंगे। लेकिन ट्रंप ने यह तर्क भी दिया कि इसकी जिम्मेदारी पहले उन देशों पर है।

एक दृढ़ रूख अख्तियार करते हुए ट्रंप ने कहा कि वह इससे उन्हें खुद को नुकसान भी पहुंचे, तो भी वह इसकी परवाह नहीं करते। उन्होंने एमएसएनबीसी को एक अन्य साक्षात्कार में बताया कि जब मैं यह करता हूं तो मैं सही चीज करता हूं। और फिर चाहे वह मुस्लिम हो या कोई और। मेरा मतलब है कि मुझे सही चीज करनी है और मुझे इसी तरह से मार्गदर्शन मिला है। उन्होंने कहा कि मुझे स्वाभाविक समझ से मार्गदर्शन मिला है कि क्या सही है। आप देखिए कि हो क्या रहा है। हमें सावधान रहना होगा। मेरा मतलब है कि हम हजारों लोगों को अपने देश में आने दे रहे हैं। हजारों लोग देश भर में आकर बस रहे हैं और वास्तव में कोई नहीं जानता कि वे लोग हैं कौन। अधिकतर मामलों में उनके पास दस्तावेज भी नहीं हैं। और पता नहीं हम क्या कर रहे हैं? ट्रंप की ओर से मुस्लिमों और प्रवासियों पर अपने रूख को दोहराए जाने के बाद हिलेरी के प्रचार अभियान ने उनकी आलोचना की।

लैटिनो आउटरीच की राष्ट्रीय निदेशक लॉरेला प्राएली ने कहा कि रिपब्लिकन उम्मीदवारी हासिल करने के 24 घंटे से भी कम समय में डोनाल्ड ट्रंप पूरी तरह से यह स्पष्ट कर चुके हैं कि उनके नेतृत्व में अमेरिका कैसा होगा- एक ऐसा अमेरिका जिसे लातिनी लोग, मुस्लिम और अन्य अश्वेत लोग अपना घर महसूस नहीं कर पाएंगे।