अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को आतंकी संगठन हमास को चेताया है। ट्रंप ने हमास से कहा कि अगर सभी बंधकों को रिहा नहीं किया गया तो गाजा में और तबाही मचेगी। ट्रंप ने हमास नेताओं को भागने का अल्टीमेटम दिया। सीजफायर के दौरान इजरायल का पुरजोर समर्थन करते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह इजरायल को वह सब कुछ भेज रहे हैं जिसकी उसे जरूरत है। ट्रंप ने कहा कि उनका प्रशासन अरबों डॉलर के हथियारों की आपूर्ति में तेजी ला रहा है।

सभी बंधकों को अभी रिहा करें- ट्रंप

ट्रुथ सोशल प्लेटफॉर्म पर डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, “सभी बंधकों को अभी रिहा करें बाद में नहीं, और जिन लोगों की आपने हत्या की है उनके शवों को तुरंत लौटा दें, नहीं तो आपका काम खत्म हो जाएगा। यह आखिरी चेतावनी है। अब गाजा छोड़ने का समय आ गया है, जब तक आपके पास मौका है।”

ट्रंप ने यह भी स्पष्ट किया कि पूरे गाजा पर इसका असर होगा। उन्होंने कहा, “गाजा के लोगों के लिए एक सुंदर भविष्य आपकी प्रतीक्षा कर रहा है। लेकिन तब नहीं जब आप बंधकों को पकड़ेंगे। यदि आप ऐसा करेंगे, तो आप मर जाएंगे।”

ट्रंप ने कनाडाई PM को फोन पर फिर बोला ‘गवर्नर ट्रूडो’, पूछा- आपके यहां चुनाव क्यों नहीं हो रहे?

नेतन्याहू ने दी थी चेतावनी

ट्रंप की यह टिप्पणी इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की उस चेतावनी के बाद आई है, जिसमे उन्होंने कहा था कि अगर हमास 7 अक्टूबर के हमले में पकड़े गए बंधकों को नहीं सौंपता है तो ऐसे परिणाम होंगे जिनकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते। इजरायल ने कहा है कि वह सीजफायर पहले चरण को 15 अप्रैल तक बढ़ाना चाहता है। इजरायल ने न केवल धमकियों के साथ दबाव बढ़ाया है बल्कि गाजा में सभी सामानों और आपूर्तियों के प्रवेश को रोककर एक सख्त दृष्टिकोण को दर्शाया है जिस पर जो बाइडेन के पिछले अमेरिकी प्रशासन ने आपत्ति जताई थी।

इजरायल के नए सैन्य प्रमुख इयाल ज़मीर ने बुधवार को चेतावनी देते हुए कहा था, “हमास को वास्तव में एक गंभीर झटका लगा है, लेकिन यह अभी तक पराजित नहीं हुआ है। मिशन अभी तक पूरा नहीं हुआ है।” व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने कहा, “देखिए अमेरिकी लोगों के सर्वोत्तम हित में जो कुछ भी करना है, उसके लिए दुनिया भर के लोगों से बातचीत करना और उनसे बात करना राष्ट्रपति को सही लगता है।” 1997 में आतंकवादी संगठन के रूप में हमास पर प्रतिबंध लगाने के बाद से अमेरिका ने फिलिस्तीनी उग्रवादियों के साथ सीधे संपर्क से इनकार कर दिया था। लेकिन कैरोलिन लेविट ने कहा कि बंधक दूत की भूमिका में किसी से भी बात करने का अधिकार है।