अमेरिका के 70 सांसदों ने कांग्रेस में एक विधेयक पेश किया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि लोगों पर उनके धर्म के चलते अमेरिका में प्रवेश पर रोक नहीं लगाई जाए। ऐसा इसलिए कि राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिक पार्टी के संभावित उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप मुस्लिमों पर ‘‘अस्थायी’’ प्रतिबंध के अपने आह्वान पर अड़े हुए हैं। धार्मिक स्वतंत्रता विधेयक पेश करने के कदम के पीछे सांसद डॉन बेयर हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हम भय और असुरक्षा के भाव को सार्वजनिक नीति को चलाने की इजाजत नहीं दे सकते, विशेष तौर पर तब जब सवाल हमारे देश के मूल्यों को परिभाषित करने का हो।’’

बेयर विधेयक के समर्थन में अपने साथ कम से कम 70 सांसदों को लेने में सफल रहे हैं जिसमें अधिकतर डेमोक्रेटिक पार्टी के हैं और कुछ रिपब्लिकन पार्टी के भी हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे संस्थापकों ने हमारे संविधान के प्रथम संशोधन में सभी के लिए धार्मिक स्वतंत्रता की गारंटी दी। पूरे विश्व के लोग स्वतंत्रता और सहिष्णुता के मानक के तौर पर हमारी ओर देखते हैं।’’

विधेयक को गुरुवार (12 मई) को 100 जातीय एवं अल्पसंख्यक समूहों का समर्थन मिला जिसमें भारतीय मूल के अमेरिकी समुदाय भी शामिल है। कई सांसदों ने अपने बयान में स्पष्ट किया कि विधेयक ट्रंप के मुस्लिमों को अमेरिका में प्रवेश करने से रोकने के लिए किये गए आह्वान की प्रतिक्रिया में लाया गया है।