Donald Trump Tariff News: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से एक बार फिर टैरिफ एक्शन शुरू कर दिया गया है। उनकी तरफ से चीन पर अतिरिक्त 10 फीसदी टैरिफ लगाने का ऐलान हुआ है, इसके अलावा कनाडा को भी नहीं बख्शा गया है। जिस कनाडा और मेक्सिको को पहले राहत देने का काम हुआ था, अब दोनों ही देशों पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने का फैसला हुआ है।
अब क्यों ट्रंप ने टैरिफ लगाया?
जानकारी के लिए बता दें कि अमेरिका में बड़े स्तर पर Opioid Fentanyl नाम का ड्रग आ रहा है, उसी बात को लेकर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चिंतित है, उनका कहना है कि इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता। इसी वजह से कनाडा और मेक्सिको पर टैरिफ लगाने का ऐलान हुआ है। इसके अलावा चीन पर टैरिफ को डबल करते हुए 10 फीसदी कर दिया गया है।
एक जारी बयान में राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि अभी भी मेक्सिको और कनाडा से बड़ी मात्रा में ड्रग्स हमारे देश में आ रहे हैं। यहां भी बड़ी मात्रा में Fentanyl नाम का ड्रग चीन से सप्लाई हो रहा है। अकेले पिछले साल 1 लाख से ज्यादा लोग इस ड्रग की वजह से मारे गए, कई इसके एडिक्ट हो गए। कई परिवार इस वजह से उजड़ चुके हैं। हम इसे अब अमेरिका में जारी नहीं रख सकते, ऐसे में जब तक यह नहीं रुक जाता टैरिफ लगाया जाएगा और यह 4 मार्च से लागू हो जाएगा।
वैसे एक तरफ ट्रंप की तरफ ड्रग्स की सप्लाई रोकने के लिए टैरिफ लगाया जा रहा है, उन्होंने रेसिप्रोकल टैरिफ पर भी काम किया है। वे समान व्यापार को बढ़ावा देना चाहते हैं और इसी वजह से उनकी तरफ से कई दूसरे देशों पर भी अतिरिक्त टैरिफ लगाया गया है। तर्क दिया गया है कि वो देश क्योंकि अमेरिका पर ज्यादा टैरिफ लगाते हैं, ऐसे में अब उन पर भी उतना ही टैरिफ लगेगा।
Reciprocal Tariffs का मतलब क्या?
Reciprocal Tariffs का सीधा मतलब होता है कि कोई देश अगर आप के सामान पर 10 फीसदी टैक्स लगा रहा है, तो आप भी उसके देश पर उतना ही टैक्स लगा देंगे। इस समान टैक्स प्रक्रिया को ही बिजनेस की भाषा में रेसिप्रोकल टैरिफ कहते हैं। इसे एक उदाहरण से भी समझ सकते हैं। मान लीजिए कि अमेरिका, भारत से आने वाले सामान पर सिर्फ 10 फीसदी टैरिफ लगाता है, लेकिन जब अमेरिका कोई सामान भारत को भेजता है तो हिंदुस्तान उस पर 70 फीसदी टैक्स लगा देता है।
Reciprocal Tariffs क्यों लगाया जाता है?
सरल शब्दों में बोलें तो रेसिप्रोकल टैरिफ के तीन बड़े मकसद रहते हैं। सबसे पहले तो जब ट्रेड बैलेंस में संतुलन लाना होता है, तब रेसिप्रोकल टैरिफ लगा देते हैं। इसी तरह जब कोई देश चाहता है कि उसके स्थानीय उद्योगों की रक्षा हो सके, तब भी रेसिप्रोकल टैरिफ लगता है। इसके अलावा कई बार अनुचित बिजने कॉम्पीटिशन को रोकने के लिए भी कई देश रेसिप्रोकल टैरिफ का ही सहारा लेते हैं। रेसिप्रोकल टैरिफ की पूरी ABCD यहां जानिए।