Donald Trump Emmanuel Macron Viral Video: फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है। उस वायरल वीडियो में यूक्रेन की फंडिंग को लेकर अलग-अलग दावे हुए हैं। बड़ी बात यह है कि मैक्रों की तरफ से एक तरह से ट्रंप को करेक्ट किया गया है, वीडियो में दिखाई दे रहा है कि फ्रांस के राष्ट्रपति ट्रंप को उनकी गलती का अहसास करवाने की कोशिश कर रहे हैं।
क्यों लड़ पड़े ट्रंप-मैक्रों?
असल में वायरल वीडियो में राष्ट्रपति ट्रंप कहते सुनाई दे रहे हैं कि समझने वाली बात यह है कि यूक्रेन को यूरोप लोन के रूप में काफी पैसा दे रहा है, लेकिन उन्हें ये सारा पैसा वापस मिल जाएगा। अब ट्रंप के इस दावे से मैक्रों बिल्कुल ही नाखुश नजर आए। उनकी नाराजगी ऐसी रही कि उन्होंने सीधे ट्रंप का हाथ पकड़ लिया और मीडिया के सामने उन्हें करेक्ट करने का काम किया।
ट्रंप के दावे पर इमानुएल मैक्रों ने कहा कि मैं अगर फ्रैंक होकर बोलना चाहूं तो हमने तो कुल पैसे का 60 फीसदी यूक्रेन को दिया है। जैसे अमेरिका ने अभी तक लोन, ग्रांट दिए हैं, हमने भी वही किया। अब जब मैक्रों अपनी बात रख रहे थे, डोनाल्ड ट्रंप खासा असहज नजर आए, उनकी चेहरे पर एक अविश्वास वाली मुस्कुराहट थी। इस समय वो वीडियो वायरल हो चुका है और लोग इसे ट्रंप की बेइज्जती के रूप में देख रहे हैं।
यूक्रेन को ज्यादा पैसा किसने दिया?
वैसे मैक्रों का यह बयान इसलिए भी मायने रखता है क्योंकि अमेरिका ऐसा दावा करता है कि उसने सबसे ज्यादा फंडिंग यूक्रेन को दी है। यह अलग बात है कि वो सारा पैसा बाइडेन काल के दौरान दिया गया था। लेकिन आंकड़े तस्दीक करते हैं कि 67 फीसदी पैसा अमेरिका से यूक्रेन को गया है। अब जब ट्रंप सत्ता में आ चुके हैं, उन्होंने उस पैसे पर रोक लगा दी है, उनका साफ झुकाव रूस की तरफ हो चुका है।
रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर प्रस्ताव
अब इन बदलते समीकरणों के बीच में एक अहम प्रस्ताव भी यूएन में पारित हुआ है, यह प्रस्ताव भी रूस-यूक्रेन युद्ध से ही जुड़ा हुआ है। उस प्रस्ताव के तहत रूसी सैनिकों का यूक्रेन से बाहर निकलने का रास्ता साफ हो गया है। अमेरिका का ही कई संशोधनों के बाद इस प्रस्ताव को लेकर आया था, लेकिन भारत और चीन ने इससे दूरी बना ली। कुल 93 देशों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया है, वहीं 18 देशों ने इसका विरोध किया। 65 देश ऐसे सामने आए जिन्होंने वोटिंग में हिस्सा ही नहीं लिया। इस प्रस्ताव के बारे में और जानने के लिए यहां क्लिक करें