अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को भारतीय मूल के व्यक्ति चंद्र नागमल्लैया की हत्या की निंदा की। उन्होंने इसे भयानक बताया। ट्रंप ने इस बात पर जोर दिया कि उनके शासन में अवैध अप्रवासी अपराधियों के प्रति नरम होने का समय खत्म हो गया है। उन्होंने हत्यारे के खिलाफ कार्रवाई करने का संकल्प लिया।

डोनाल्ड ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में कहा, “मैं डलास, टेक्सास के एक प्रतिष्ठित व्यक्ति चंद्र नागमल्लैया की हत्या के बारे में भयानक खबरों से अवगत हूं, जिनकी उनकी पत्नी और बेटे के सामने क्यूबा से आए एक अवैध विदेशी द्वारा निर्ममतापूर्वक हत्या कर दी गई। ऐसा हमारे देश में कभी होना ही नहीं चाहिए था।”

ऐसा हमारे देश में कभी होना ही नहीं चाहिए था- डोनाल्ड ट्रंप

ट्रंप ने आगे कहा कि क्यूबा से आए अवैध आप्रवासी, जिसकी पहचान 37 वर्षीय योर्डानिस कोबोस-मार्टिनेज के रूप में हुई है, को पहले भी बाल यौन शोषण से लेकर झूठे कारावास तक के विभिन्न अपराधों के लिए गिरफ्तार किया गया था। उन्हों ने कहा, “इस व्यक्ति को पहले भी बाल यौन शोषण, वाहन चोरी और झूठे कारावास सहित भयानक अपराधों के लिए गिरफ्तार किया गया था लेकिन अक्षम जो बाइडेन के कार्यकाल के तहत उसे हमारी मातृभूमि में वापस छोड़ दिया गया क्योंकि क्यूबा अपने देश में ऐसे दुष्ट व्यक्ति को नहीं चाहता था।”

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बाइडेन प्रशासन पर निशाना साधते हुए ट्रंप ने कहा, “उनके कार्यकाल में इन अवैध अप्रवासी अपराधियों के प्रति नरमी बरतने का समय अब ​​खत्म हो गया है।” अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, “निश्चिंत रहें, इन अवैध अप्रवासी अपराधियों के प्रति नरम रुख अपनाने का समय अब ​​मेरे कार्यकाल में समाप्त हो चुका है। गृह सुरक्षा मंत्री क्रिस्टी नोएम, अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी, सीमा सुरक्षा मंत्री टॉम होमन और मेरे प्रशासन के कई अन्य लोग अमेरिका को फिर से सुरक्षित बनाने में अद्भुत काम कर रहे हैं। इस अपराधी पर, जिसे हमने हिरासत में लिया है कानून की पूरी हद तक मुकदमा चलाया जाएगा। उस पर प्रथम श्रेणी की हत्या का आरोप लगाया जाएगा।”

भारतीय मूल के शख्स की अमेरिका में हत्या

भारतीय मूल के होटल मैनेजर चंद्रमौली ‘बॉब’ नागमलैय्या की अमेरिका के डलास में इस सप्ताह हत्या कर दी गई थी। चंद्र मौली ‘बॉब’ नागमल्लैया की हत्या उनके सहकर्मी योर्डानिस कोबोस-मार्टिनेज (37) ने चाकू से हमला करके की थी। नागमलैय्या पर हमले की गवाह उनकी पत्नी निशा और 18 वर्षीय बेटे गौरव की मदद के लिए शुरू किए गए चंदा अभियान के तहत करीब दो लाख अमेरिकी डॉलर की धनराशि एकत्र हो चुकी है। इस धनराशि का उपयोग नागमलैय्या के अंतिम संस्कार और गौरव की कॉलेज की पढ़ाई का खर्च उठाने के लिए किया जाएगा। नागमलैय्या (50) डाउनटाउन सुइट्स नामक होटल में काम कर करते थे। हिंसक आपराधिक इतिहास वाले क्यूबा के नागरिक और नागमलैय्या के सहकर्मी योरडानिस कोबोस-मार्टिनेज (37) ने सिर कलम करके उनकी हत्या कर दी थी। ह्यूस्टन स्थित भारतीय महावाणिज्य दूतावास मामले पर नजर रखे हुए है और ‘कांसुलर’ सहायता प्रदान कर रहा है।

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