Harvard International Students 2025: ट्रंप प्रशासन ने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए इसे मिले विदेशी छात्रों के दाखिले वाले सर्टिफिकेट को रद्द कर दिया है। ट्रंप प्रशासन के डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी US Department of Homeland Security (DHS) की ओर से गुरुवार को इस संबंध में आदेश जारी किया गया है। इस आदेश का मतलब साफ है कि अब हार्वर्ड यूनिवर्सिटी नए अंतरराष्ट्रीय छात्रों को प्रवेश नहीं दे पाएगी और मौजूदा वक्त में जो छात्र इस यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे हैं उन पर ट्रांसफर लेने या फिर लीगल इमिग्रेशन स्टेटस खोने का खतरा रहेगा।

साफ है कि इस कदम से ट्रंप प्रशासन और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के बीच चल रहा विवाद और भड़क सकता है।

हार्वर्ड यूनिवर्सिटी अमेरिका के सबसे प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों में से एक है और इसमें दुनिया भर के छात्र पढ़ने के लिए आते हैं। बताना होगा कि हार्वर्ड यूनिवर्सिटी और ट्रंप प्रशासन के बीच पिछले काफी समय से विवाद चल रहा है। हार्वर्ड यूनिवर्सिटी ने ट्रंप प्रशासन के खिलाफ फेडरल कोर्ट में मुकदमा भी दर्ज कराया था और साफ-साफ कहा था कि वह ट्रंप सरकार की मांगों के आगे नहीं झुकेगी।

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हावर्ड ने कहा है कि ट्रंप प्रशासन का यह कदम पूरी तरह गैर कानूनी है। ट्रंप प्रशासन के इस फैसले का हार्वर्ड यूनिवर्सिटी पर असर पड़ेगा क्योंकि यहां 27 प्रतिशत छात्र अमेरिका से बाहर के हैं।

क्या है पूरा मामला?

ट्रंप प्रशासन की ओर से यूनिवर्सिटी पर आरोप लगाया था कि उसने ऐसे विदेशी छात्रों को दाखिला दिया है जिनका कैंपस में व्यवहार अमेरिका विरोधी और आतंकवादियों का समर्थन करने वाला है।

होमलैंड सिक्योरिटी की सचिव क्रिस्टी एल. नोएम ने एक बयान जारी कर कहा था कि हार्वर्ड यूनिवर्सिटी ने केंद्र सरकार के उस अनुरोध को नहीं माना जिसमें कहा गया था कि ऐसे विदेशी छात्रों का रिकॉर्ड दिया जाए जिन पर पिछले 5 सालों में हिंसक प्रदर्शन या गैर कानूनी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है। उन्होंने यह भी कहा था कि हावर्ड ने चीन के पैरामिलिट्री फोर्स के सदस्यों की मेजबानी की और उन्हें प्रशिक्षण दिया।

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नोएम की ओर से यूनिवर्सिटी को 72 घंटे का वक्त दिया था कि वह प्रदर्शनों में शामिल होने के विदेशी छात्रों से जुड़े वीडियो और ऑडियो फुटेज सहित उनके डिजिटल रिकॉर्ड की लिस्ट भी सौंपे।

हावर्ड यूनिवर्सिटी ने क्या कहा?

हावर्ड ने इस कदम का पुरजोर विरोध किया है और कहा है कि ट्रंप प्रशासन का यह कदम पूरी तरह गैर कानूनी है और बदला लेने वाली कार्रवाई है। विश्वविद्यालय ने कहा है कि वह अंतरराष्ट्रीय समुदाय की सुरक्षा के लिए जरूरी सभी कदम उठाएगा। विश्वविद्यालय ने कहा कि वह 140 से ज्यादा देशों से आने वाले अंतरराष्ट्रीय छात्रों और स्कॉलर्स की मेजबानी करने के लिए प्रतिबद्ध है।

यूनिवर्सिटी की ओर से कहा गया है कि इसकी वजह से यूनिवर्सिटी और इस राष्ट्र को मजबूती मिलती है। यूनिवर्सिटी ने चेताया कि इस तरह के आदेश हावर्ड कम्युनिटी और हमारे देश को गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं और इससे हार्वर्ड का एकेडमिक और रिसर्च मिशन कमजोर हो सकता है। 

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