संयुक्त राष्ट्र। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने कहा है कि वे इराक में इस्लामिक स्टेट समूह के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय हवाई हमलों में शामिल होने के लिए संसद से मंजूरी मांगेंगे।
डेविड कैमरन ने इस कदम की घोषणा संयुक्त राष्ट्र महासभा को कल संबोधित करते हुए की। कैमरन ने हालांकि अमेरिकी नेतृत्व में इसी सप्ताह सीरिया में इस्लामिक स्टेट के खिलाफ शुरू हुए हवाई हमलों में शामिल होने की संभावना का जिक्र नहीं किया।
दूसरी ओर विभिन्न देशों द्वारा और अधिक असैन्य मदद दिए जाने की बात पर सीरियाई विपक्षी नेता ने इस्लामी आतंकियों और असद प्रशासन दोनों को हराने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अधिक हथियार वायु सैन्य मदद मुहैया कराए जाने की अपील की है।
सीरियन नेशनल कोएलिशन के नेता हादी अल-बाहरा ने मंत्री स्तर की एक विशेष बैठक को बताया, ‘‘हम इस युद्ध में विश्व के जुड़ जाने का स्वागत करते हैं। हम आतंकवाद के खिलाफ हमारे युद्ध में वैश्विक साझेदारी का स्वागत करते हैं।’’
लेकिन उन्होंने ‘‘इस्लामिक स्टेट समूह के आतंकियों की बढ़त को समाप्त करने के लिए शीघ्र मदद का अनुरोध किया।’’ यह समूह सीरिया के एक बड़े हिस्से पर कब्जा जमा चुका है और हाल के दिनों में लगभग 2 लाख कुर्दों को अपने गांव छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
बाहरा ने सीरिया के मित्र देशों की बैठक में कहा, ‘‘हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील करते हैं, हम अपने भाईयों और बहनों से मुक्त सेना के अभियानों में मदद के लिए आह्वान करते हैं कि वे हमें हवाई सैन्य सहयोग करें।’’
अपने संबोधन में कैमरन ने इस मत के खिलाफ चेतावनी भी दी कि इस्लामिक स्टेट समूह को हराने के लिए सीरियाई राष्ट्रपति बशर असद के साथ ‘एक समझौता’ करने की जरूरत है। उन्होंने इस सोच को ‘खतरनाक तरीके से दिग्भ्रमित’ बताया।
उन्होंने कहा कि असद सरकार की क्रूरता वहां संघर्ष के दौरान चरमपंथियों की नियुक्ति का एक अहम जरिया रही है। अब इस संघर्ष का चौथा साल है।
असद की सरकार ने इस्लामिक स्टेट समूह के साथ युद्ध में अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप की मांग नहीं की है लेकिन इराक ने ऐसा किया है।
इराक में हवाई हमलों में ब्रिटेन की भागीदारी के अपने फैसले के पक्ष में प्रधानम ांी ने कहा कि इस्लामिक स्टेट समूह का खतरा वैश्विक है और ‘‘जब हमारे लोगों की सुरक्षा दाव पर हो तो हमें अपनी प्रतिक्रिया से समझौता नहीं करना चाहिए।’’
कैमरन ने यह भी कहा कि आतंकी समूह के खतरे को हराने के लिए ईरान मदद कर सकता है। उन्होंने कल ईरानी राष्ट्रपति से भी मुलाकात की। वर्ष 1979 में हुई ईरानी क्रांति के बाद से यह इस तरह की पहली मुलाकात थी।