मध्य अमेरिकी देश होंडुरास की एक महिला जेल में मंगलवार को दंगे हुए। इस दंगे में 41 महिलाओं की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि दो गिरोह के बीच ये झड़प शुरू हुई और फिर आग में जलने के कारण महिलाओं की मौत हुई। दोनों गिरोह जेल में अवैध और प्रतिबंधित सामान रखते हैं।
41 महिला कैदियों की मौत
वहीं जेल में हुई हिंसा के लिए देश के राष्ट्रपति ने “मारा” स्ट्रीट गैंग को दोषी ठहराया। होंडुरास की राष्ट्रीय पुलिस जांच एजेंसी की प्रवक्ता यूरी मोरा ने कहा कि 26 पीड़ितों को जलाकर मार डाला गया और अन्य को गोली मारकर या चाकुओं से गोदकर मौत के घाट उतार दिया गया। पुलिस ने बताया कि 7 महिला कैदियों का इलाज तेगुसीगाल्पा के एक अस्पताल में चल रहा है।
यूरी मोरा ने कहा कि शवों को निकालने वाली फोरेंसिक टीम ने पुष्टि किया है कि उन्होंने 41 शवों की गिनती की है।” जेल के अंदर से सरकार द्वारा दिखाई गई वीडियो क्लिप में कई पिस्तौलें और चाकू और अन्य ब्लेड वाले हथियार दिखाई दे रहे हैं जो दंगे के बाद छापेमारी में मिले थे।
राष्ट्रपति उठाएंगे सख्त कदम
होंडुरास के राष्ट्रपति शियोमारा कास्त्रो ने कहा कि मैं कठोर कदम उठाने जा रहा हूं। Feared Barrio 18 gang से संबंधित कैदी कथित तौर पर एक सेल ब्लॉक में घुस गए और वहां मौजूद अन्य कैदियों को गोली मार दी या उन्हें आग लगा दी। अमेरिका की मीडिया के मुताबिक होंडुरास की राष्ट्रीय महिला जेल में लगभग 800 कैदियों रखा गया है, जो इसकी क्षमता से दोगुना संख्या है। 2020 में भी होंडुरास जेल में कई हिंसक घटनाएं हुई थी।
होंडुरास की जेलों के अंदर गिरोह व्यापक नियंत्रण रखते हैं, जहां कैदी अपने स्वयं के नियम निर्धारित करते हैं और प्रतिबंधित सामान बेचते हैं। मंगलवार में दंगा 2017 के बाद से हुआ सबसे बड़ा दंगा है 2017 में ग्वाटेमाला में आश्रय में लड़कियों ने बुरी तरह भीड़भाड़ वाले संस्थान में बलात्कार का विरोध करने के लिए गद्दों में आग लगा दी थी और इसके कारण 41 लड़कियों की जान चली गई थी। होंडुरास में 2012 में कोमायागुआ जेल में सबसे भयानक घटना हुई थी। इस जेल में माचिस या सिगरेट जलने के कारण आग लग गई थी और 361 कैदियों की मृत्यु हो गई थी।