एक समय ऐसा भी था जब कोरोना ने चीन को हिलाकर रख दिया था। लंबे लॉकडाउन और तमाम प्रतिबंधों को लागू करके चीन ने वायरस को काबू करने की भरसक कोशिश की। लेकिन अब चीन फिर से नार्मल होने की तरफ है। इस दिशा में चीनी सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है।

चीन ने बाहर से आने वाले यात्रियों को राहत दी है। उनके चीन में प्रवेश के लिए कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं होने की रिपोर्ट दिखाने संबंधी अनिवार्यता बुधवार से समाप्त कर दी गई है। चीन में कोविड-19 के मद्देनजर 2020 की शुरुआत से लागू प्रतिबंधों को समाप्त करने की दिशा में यह एक बड़ा कदम है। जिनपिंग सरकार के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने ये ऐलान किया। चीन ने अपनी जीरो कोविड नीति दिसंबर 2022 में समाप्त कर दी थी।

बाहर से आने वाले लोगों को कई सप्ताह तक क्वारंटीन में रहना पड़ रहा था

हालांकि उससे पहले के दौर में चीन ने लॉकडाउन लगाने और संक्रमित लोगों को लंबी अवधि के लिए क्वारंटीन में रखे जाने की अनिवार्यता समेत कई कड़े प्रतिबंध लगाए गए थे। चीन में आने वाले लोगों को सरकार की तरफ से निर्धारित होटल में कई सप्ताह तक रुकना अनिवार्य था। इन प्रतिबंधों के कारण दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था की रफ्तार धीमी पड़ने लगी। इससे बेरोजगारी में बढ़ोतरी और अशांति का माहौल देखने को मिला।

अर्थव्यवस्था को वापस पटरी पर लाने के लिए माना जा रहा था कि चीनी सरकार कोई बड़ा कदम उठा सकती है। इस दिशा में जिनपिंग सरकार लंबे अरसे से मंथन कर रही थी। लेकिन किसी को ये नहीं पता था कि वो ऐसा कौन सा कदम उठाने जा रहे हैं जिससे कारोबार फिर से दुरुस्त हो सके।

न्यूज एजेंसी एपी की रिपोर्ट के मुताबिक चीनी सरकार को लगता है कि बाहर से आने वाले लोगों पर लगे प्रतिबंध अर्थव्यवस्था के लिए घातक साबित हो रहे हैं। इससे बाहर के देशों के लोगों का चीन में आना कम होता जा रहा था, क्योंकि लोग बेवजह चीन जाकर मुश्किलों में नहीं फंसना चाहते थे।