दक्षिण कोलंबिया में विद्रोहियों से लड़ रहे 34 सैनिकों का एक विद्रोही समूह के आदेश पर काम कर रहे ग्रामीणों ने अपहरण कर लिया है। कोलंबिया सरकार ने यह जानकारी दी है। कोलंबिया के रक्षामंत्री पेड्रो सांचेज ने मंगलवार को कहा कि सेना ग्वावियारे प्रांत में बंधक बनाए गए सैनिकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए अपनी सभी क्षमताओं का उपयोग करेगी। साथ ही उन्होंने अपहरण में शामिल विद्रोहियों के बारे में जानकारी देने वाले को 5,000 डॉलर का इनाम देने की पेशकश की।

कोलंबियाई रक्षामंत्री सांचेज ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘यह एक गैरकानूनी कार्रवाई है। ये लोग इस क्षेत्र में एक बड़े खतरे के खिलाफ सैन्य अभियान में बाधा डाल रहे हैं।’’ उन्होंने बताया कि सैनिकों को एल रेटोर्नो गांव के पास रविवार से ही बंधक बनाकर रखा गया है जहां मुठभेड़ में एफएआरसी (रेवोल्यूशनरी आर्म्ड फोर्सेस ऑफ कोलंबिया) विद्रोही समूह के 10 सदस्य मारे गए थे। उन्होंने बताया कि सैनिकों को बंदी बनाने वाले ग्रामीण उस मृत विद्रोही के शव सौंपे जाने की मांग कर रहे हैं जिसे प्रांतीय राजधानी के एक मुर्दाघर में ले जाया गया है।

कोलंबिया को कुछ ग्रामीण इलाकों में सुरक्षा बनाए रखने में मुश्किल हो रही है, जहां ड्रग गिरोह और विद्रोही समूह उस इलाके के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं जिसे FARC ने खाली छोड़ दिया है। FARC एक गुरिल्ला समूह है जिसने 2016 में सरकार के साथ शांति स्थापित की थी।

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कोलंबियाई सैनिकों को ग्रामीण बंदी बना लेते हैं

कुछ दूरदराज के इलाकों में सरकारी सैनिकों को कभी-कभी सशस्त्र या निहत्थे ग्रामीणों द्वारा घेर लिया जाता है और कई दिनों तक बंदी बनाकर रखा जाता है जब तक कि सरकारी एजेंसियों के साथ उनकी रिहाई के लिए बातचीत नहीं हो जाती। पहले भी सरकार ने इन स्थितियों के लिए विद्रोही नेताओं को दोषी ठहराया है और कहा है कि वे नागरिकों पर कोलंबियाई सैनिकों के खिलाफ कार्रवाई करने का दबाव बना रहे हैं।

(इनपुट- एपी)