Chinmoy Prabhu Arrest: बांग्लादेश में हिंदुओं के समर्थन में आवाज उठाने वाले इस्कॉन पुंडरीक धाम के अध्यक्ष चिन्मय कृष्णन दास को गिरफ्तार कर लिया गया है। कथित तौर पर कहा जा रहा है कि ढाका पुलिस की एक खुफिया टीम ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया है। जिस समय चिन्मय हवाई अड्डे पर थे, उन्हें अरेस्ट कर लिया गया है। बांग्लादेशी हिंदुओं में इस एक्शन के खिलाफ जबरदस्त आक्रोश है।
हिंदुओं का समर्थन पड़ गया भारी?
शेख हसीना के जाने के बाद से बांग्लादेश में हिंदुओं पर कई बार हमले हो चुके हैं, उनकी सुरक्षा की चिंता पूरी दुनिया को है। इस बीच सबसे मुखर आवाज इस्कॉन पुंडरीक धाम के अध्यक्ष चिन्मय कृष्णन दास की ही थी। लोगों को एकजुट करने से लेकर रैली संबोधित करने तक, हिंदुओं को बचाने के लिए उनकी तरफ से कई अपील की गई थीं। इस शुक्रवार को भी रंगपुर में उनकी तरफ से एक बड़ी रैली को संबोधित किया गया था, वहां भी बात हिंदुओं की एकता की रही थी।
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कई टीवी इंटरव्यू में चिन्मय दावा कर चुके हैं कि चटगांव में कई हिंदू मंदिर खतरे में है, स्थानीय पुलिस को इसे लेकर शिकायत भी की गई है, लेकिन सामने से कोई एक्शन नहीं होता। बड़ी बात यह है कि इस साल अक्टूबर में हिंदुओं ने बांग्लादेश में एक विशाल जुलूस निकाला था, तब मांग की गई थी कि उन्हें सुरक्षा की गारंटी मिले, जो नुकसान हो चुका है, उसके लिए मुआवजा दिया जाए। इसके ऊपर एक स्पीडी ट्रायल कोर्ट शुरू करने की अपील भी की गई थी जिससे लंबित चल रहे मामलों में तेज सुनवाई हो सके।
बांग्लादेश में हिंदुओं की स्थिति
बांग्लादेश में इस समय 91 फीसदी मुसलमान हैं, 8% से भी कम हिंदुओं की आबादी है। अब हैरानी इस बात की नहीं है कि हिंदू सिर्फ 8 फीसदी के करीब हैं, चिंता का विषय यह है कि हिंदुओं की आबादी बांग्लादेश में साल दर साल घटती जा रही है। बांग्लादेश में 1971 में हिंदुओं की आबादी 13.5 प्रतिशत थी, 1991 तक आंकड़ा 10 फीसदी के आसपास पहुंच गया और अब यह 8 फीसदी से भी नीचे जा चुका है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें