Chinese Engineer Steals American Technology: अमेरिका और चीन के बीच में जासूसी का खेल कई सालों से चला आ रहा है, दोनों देश एक दूसरे पर गंभीर रूप लगाते रहते हैं, कभी मिसाइल टेक्नोलॉजी की चोरी तो कभी डेटा चोरी के आरोप दोनों तरफ से लगते रहते हैं। अब एक बार फिर चीन पर गंभीर आरोप लग गए हैं, अमेरिका ने ही एक बड़ा दावा कर दिया है।
आखिर पूरा मामला क्या है?
असल में चीन में पैदा हुई एक मिसाइल इंजीनियर ने खुद इस बात को कुबूल कर लिया है कि उसने अमेरिकी मिसाइल तकनीक को चुराने का काम किया था। बड़ी बात यह है कि जिस मिसाइल का डेटा चोरी किया गया है, इस तकनीक के जरिए न्यूक्लियर मिसाइल को डिटेक्ट करने से लेकर किसी सुपरसोनिक मिसाइल को ट्रैक तक किया जा सकता है।
कई सालों से अमेरिका इस तकनीक के जरिए ही परमाणु मिशन का पता लग रहा है, इसके अलावा बैलिस्टिक और हाइपरसोनिक मिसाइलें पर वो नजर भी इसी तकनीक की जारी रखता है।
कितना डेटा चोरी हुआ है?
बताया जा रहा है कि यह आरोपी 59 साल का है, इसके पास चीन और अमेरिका की दोहरी नागरिकता है। इस शख्स ने बड़ी साजिश रचते हुए लॉस एंजिल्स की एक रिसर्च और डेवलपमेंट कंपनी से 3600 फाइलें अपनी निजी स्टोरेज डिवाइस में ट्रांसफर कर ली थीं।
जिस शख्स ने कंपनी से डेटा चोरी किया, वो उसी में 2023 में काम भी किया करता था। उसका काम इंफ्रारेड सेंसरों के डिजाइन, डेवलपमेंट और वेरिफिकेशन का था। अमेरिका को ज्यादा चिंता इसलिए है क्योंकि आरोपी ने नेक्स्ट जेनरेशन वाले जो सेंसर से संबंधित अति संवेदनशील फाइलें थीं, उनको भी ट्रांसफर किया था।
आरोपी को कितनी सजा मिलेगी?
जांच में पता चला है कि 2014 से 2022 के बीच में गोंग ने अमेरिका की कई बड़ी कंपनियों में काम किया था, उस समय वो लगातार चीन सरकार द्वारा चलाए जा रहे टैलेंट प्रोग्राम के लिए आवेदन भरता रहता था। अभी के लिए इस मामले में अमेरिकी जिला न्यायाधीश जॉन एफ वॉल्टर 29 सितंबर को सजा सुनाने जा रहे हैं, माना जा रहा है आरोपी को अधिकतम 10 साल की जेल की सजा हो सकती है।
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