Taiwan China War: ताइवान की सीमा और उसके आसपास चीन की गतिविधियों को देखते हुए ताइवान पर हमले का खतरा मंडरा रहा है। इस बात को बल इसलिए मिला है कि क्योंकि ताइवान ने अपनी सीमा में चीन के 21 लड़ाकू विमान और 5 नौसैनिक जहाज ट्रैक किए हैं। ताइवान के रक्षा मंत्रालय का कहना है कि चीन के इन लड़ाकू और नौसैनिक जहाजों ने ताइवान जलडमरूमध्य मध्य रेखा को भी पार किया।

ताइवान चीनी गतिविधियों का जवाब देने के लिए तैयार:

वहीं सेना ने कहा कि 17 पीपुल्स लिबरेशन आर्मी एयर फोर्स (पीएलएएएफ) के लड़ाकू विमानों में से आठ ने ताइवान जलडमरूमध्य के ऊपर मध्य रेखा को पार किया। इसमें चार विमान शीआन जेएच -7 लड़ाकू-बम बरसाने वाले, दो सुखोई एसयू -30 लड़ाकू और दो शेनयांग जे -11 जेट थे। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने चीनी सेना की तरफ से हो रही इस कार्रवाई पर कहा है कि उनका कॉम्बैट एयर पेट्रोल (CAP), नौसैनिक जहाज और एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम निगरानी और चीनी गतिविधियों का जवाब देने के लिए तैयार है।

क्यों भड़का है चीन:

दरअसल चीन ताइवान को अलग देश की मान्यता नहीं देता और उसे अपना प्रांत मानता है। ऐसे में यूएस हाउस स्पीकर नैंसी पेलोसी की हाल ही में की गई ताइवान यात्रा के बाद से ही चीन आक्रामक हुआ है। अपनी आक्रामक तेवर के चलते उसने ताइवान सीमा के आसपास अपनी सैन्य गतिविधियों को बढ़ा दिया है।

जहां शुक्रवार को 21 लड़ाकू विमान ताइवान सीमा पर देखे गए तो वहीं इससे पहले भी चीन के 51 लड़ाकू विमान ताइवान की सीमा के पास देखे गए थे। हालांकि ताइवान कई मौकों पर कह चुका है कि वो चीन को जवाब देने के लिए तैयार है। ऐसे में ताइवान भी अपनी क्षमता दिखाने के लिए सैन्य अभ्यास कर रहा है।

ताइवान का सैन्य अभ्यास:

बता दें कि चीन के राजनीतिक नियंत्रण को खारिज करते हुए ताइवान सैन्य अभ्यास कर रहा है। ताइवान के समुद्री और हवाई क्षेत्र में चीनी मिसाइलों को दागने के कुछ दिनों के बाद दक्षिणपूर्वी काउंटी हुआलीन में बुधवार को उसने सैन्य अभ्यास किया।