China Taiwan Tension: अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बाद से चीन ने आक्रामक रूख अपना लिया है। चीन ने ताइपे की यात्रा के जवाब में बड़े पैमाने पर सैन्य अभ्यास शुरू करते हुए ताइवान के आसपास कई बैलिस्टिक मिसाइलें दागी थीं। चीन युद्धाभ्यास के बहाने ताइवान की घेराबंदी कर चुका है और अब वह सीमा की भी परवाह नहीं कर रहा है। दूसरी तरफ, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जापान ने चीन से सैन्य अभ्यास तत्काल रोकने को कहा है।
चीन ने अपने मिलिट्री ड्रिल में अपने सबसे बड़े विमानवाहक जंगीपोत, परमाणु हथियार संपन्न सुपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल, स्टेल्थ फाइटर जेट्स, निगरानी और जासूसी वाले विमानों के साथ एंटी-एयरक्राफ्ट गन्स और हमलावर युद्धपोत के अलावा ड्रोन भी उतार दिए हैं।
उधर, चीन के रूख को देखते हुए अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान ने ड्रैगन से अपना सैन्याभ्यास को तत्काल रोकने का आग्रह किया है। तीनों देशों ने ताइवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता बनाए रखने की अपनी प्रतिबद्धता भी दोहराई है। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री पेनी वोंग और जापान के विदेश मंत्री हयाशी योशिमासा ने आसियान के सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक के इतर मुलाकात करने के बाद साझा बयान जारी किया।
अमेरिका-जापान और ऑस्ट्रेलिया चीन के आक्रामक रूख से चिंतित
इसमें कहा गया है कि विदेश मंत्रियों ने ताइवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता बनाए रखने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की। उन्होंने ताइवान जलडमरूमध्य में तनाव कम करने के महत्व को लेकर आसियान के बयान की सराहना की है। विदेश मंत्रियों ने कूटनीति की आवश्यकता पर जोर देते हुए बड़े पैमाने पर सैन्य अभ्यास करने सहित पीआरसी की उन हालिया कार्रवाइयों पर चिंता व्यक्त की जो अंतरराष्ट्रीय शांति और स्थिरता को गंभीर रूप से प्रभावित करती हैं।
इसके पहले, चीन ने अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बाद यह कहते हुए सैन्य अभ्यास शुरू किया था कि उनकी यात्रा ने ‘एक चीन नीति’ का उल्लंघन किया है।