चाइनीज एकेडमी आॅफ साइंसेज (सीएएस) के एक शीर्ष वैज्ञानिक ने कहा है कि चीन जुलाई में अपना पहला प्रायोगिक क्वांटम संचार उपग्रह प्रक्षेपित करेगा। यह उपग्रह डेटा संप्रेषण की सुरक्षा में सुधार लाने में और हैकरों को विफल बनाने में कारगर होगा।
यूनिवर्सिटी आॅफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी आॅफ चाइना में प्रोफेसर पैन जियानवेई ने कहा कि इस उपग्रह के माध्यम से दुनिया का पहला क्वांटम संचार होगा। क्वांटम संचार की खासियत इसकी बेहद उच्च स्तरीय सुरक्षा है क्योंकि क्वांटम फोटॉन को न तो अलग किया जा सकता है और न ही इसकी प्रतिकृति बनाई जा सकती है। इसलिए इसे टेप किया जाना, रोका जाना या इसके जरिए भेजी जा रही जानकारी को हासिल किया जाना असंभव है।
सीएएस की परियोजना में एक उपग्रह का प्रक्षेपण और क्वांटम संचार के लिए जमीन पर चार स्टेशन और एक स्पेस क्वांटम टेलीपोर्टेशन एक्सपेरीमेंट स्टेशन का निर्माण शामिल है। सरकारी समाचार एजंसी शिन्हुआ ने कहा कि परियोजना के पूरे हो जाने पर उपग्रह हजारों किलोमीटर दूर जमीन पर स्थित दो स्टेशनों के साथ सतत क्वांटम आॅप्टिकल संपर्क स्थापित कर पाएगा। चीनी वैज्ञानिकों को पहला क्वांटम उपग्रह विकसित करने में और उसका निर्माण करने में पांच साल लगे हैं। सीएएस ने कहा कि इसे जून में जियुक्वान उपग्रह प्रक्षेपण केंद्र में भेज दिया जाएगा।