लंदन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक पब्लिक इवेंट में शामिल होने वाले थे। वहां उन्हें जनता के सवालों के जवाब भी देने थे। लेकिन इससे पहले यूके के छात्रों के ग्रुप ने ये सवाल उठाया कि आखिर उन्हें कार्यक्रम का टिकट देने के बाद भी वहां जाने से क्यों रोका जा रहा है। ये सवाल लंदन में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे विदेश सचिव विजय गोखले से पूछा गया था। छात्र का सवाल था, “हम नौ लोगों ने कार्यक्रम के टिकट खरीदे थे, लेकिन ग्रुप में आठ लोगों को टिकट नहीं मिले हैं। हमारे टिकट क्यों कैंसिल किए गए हैं? हमारी आवाज को क्यों दबाया जा रहा है?” छात्र के सवाल पर विदेश सचिव विजय गोखले ने जवाब दिय, “ये प्रेस कॉन्फ्रेंस भारत-ब्रिटेन के संबंधों और प्रधानमंत्री के ग्रेट ब्रिटेन की यात्रा के संबंध में है। आपके सवालों का उनसे संबंध नहीं हैं।”
इसके बाद जब छात्र ने आगे सवाल किया कि कम से कम हमें ये तो बता दिया जाए कि हमें टिकट क्यों नहीं मिले हैं। इस सवाल पर यूनाइटेड किंगडम में भारत के राजदूत वाई.के. सिन्हा ने छात्र को बीच में रोक दिया। सिन्हा ने कहा, “आप ये पहले से क्यों तय कर रहे हैं कि प्रधानमंत्री क्या कह सकते हैं? या फिर क्या कहने वाले हैं? आप इंतज़ार क्यों नहीं करते हैं? उन लोगों से पूछिए जो इस कार्यक्रम का आयोजन कर रहे हैं। हम इस सवाल का जवाब देने में सक्षम नहीं हैं।” बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वेस्टमिंस्टर के ऐतिहासिक सेंट्रल हॉल में भारतीय समुदाय को संबोधित किया। उन्होंने इसे ‘भारत की बात, सबके साथ’ का नाम दिया था।
PM Modi & PM May held discussions on wide range of issues including trade & investment,bilateral issues&international issues after which a joint trade review was held. PM emphasised it needs to be balanced agreement which have mutual benefits:Foreign Secy on PM's visit to London pic.twitter.com/Pgz2MOnA1G
— ANI (@ANI) April 18, 2018
बता दें कि यूके के 19 विश्वविद्यालयों के छात्रों के इस संगठन का नाम राष्ट्रीय भारतीय छात्र और पूर्व छात्र संगठन है। पिछले हफ्ते इसी संगठन के कुछ छात्रों ने पीएम मोदी का पत्र लिखा था। पत्र में ये कहा गया था कि वे कठुआ, उन्नाव और सूरत में हाल ही में घटी रेप की घटनाओं से भयभीत हैं। उन्होंने इस मामले में तत्काल एक्शन की मांग की थी।
पत्र में लिखा गया था – “आपने पहले भी नोटबंदी जैसे कठोर कदम बिना हिचकिचाए उठाए हैं। आप इस बार भी ऐसे ही कठोर फैसले लें और साबित करें कि आपके लिए देश की बेटियां वाकई महत्वपूर्ण हैं। वे इस कार्यक्रम में शामिल होने पर भी विचार कर रहे हैं, जब आप आएंगे और ‘भारत की बात सबके साथ’ कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। आप हमें और दुनिया को बता सकते हैं कि आपने इस संबंध में कौन-से ऐसे कदम उठाए हैं, जिससे ये साबित हो सके कि बात अब बर्दाश्त से बाहर हो चुकी है।”
पिछले हफ्ते, लगातार कई रेप के मामले सामने आने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश भर में फैले गुस्से पर चिंता जताई थी। उन्होंने कहा था कि न्याय होगा और किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा। मैं देश को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि कोई भी अपराधी नहीं बचेगा। हमारी बेटियों को इंसाफ जरूर मिलेगा। ये बातें उन्होंने नई दिल्ली के बीआर अंबेडकर मेमोरियल में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होने के दौरान कही थीं।