भारत और कनाडा के आपसी संबंधों में पिछले कुछ महीनों में बढ़ी दूरी में अब लगता है कमी आने वाली है। दो दिन पहले इटली में आयोजित जी7 के शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बीच मुलाकात ने इस बात के साफ संकेत दिये हैं। खुद जस्टिन ट्रूडो ने शनिवार को कहा कि कूटनीतिक विवाद के बीच भारत के साथ कुछ “बहुत महत्वपूर्ण मुद्दों” पर काम करने की प्रतिबद्धता है। ट्रूडो ने पत्रकारों से कहा, “मैं इस महत्वपूर्ण, संवेदनशील मुद्दे के विवरण में नहीं जाऊंगा, जिस पर हमें आगे काम करने की जरूरत है, लेकिन यह आने वाले समय में कुछ बहुत महत्वपूर्ण मुद्दों से निपटने के लिए साथ मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता है।”
आतंकी निज्जर की हत्या के बाद बढ़ गई थी दूरियां
कनाडा के अधिकारियों ने अपनी जमीन पर खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत का हाथ का आरोप लगाया था। भारत में विभिन्न आतंकी आरोपों में वांछित कनाडाई नागरिक हरदीप सिंह निज्जर की 18 जून, 2023 को सरे में एक गुरुद्वारे के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इटली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कनाडा के प्रधानमंत्री के साथ मुलाकात के बाद दोनों नेताओं के बीच संबंधों में उत्साह का माहौल देखा गया।
इससे पहले शुक्रवार को पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर ट्रूडो के साथ अपनी एक तस्वीर शेयर की थी, जिसमें दोनों नेता हाथ मिलाते हुए देखे गए थे. पीएम मोदी ने अपनी पोस्ट के कैप्शन में लिखा था, ‘जी 7 शिखर सम्मेलन में कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो से मुलाकात की.’ इससे पहले दोनों नेताओं की पिछले साल सितंबर में नई दिल्ली में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन में मुलाकात हुई थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की मुलाकात के बाद कनाडा के प्रधानमंत्री कार्यालय से बताया गया कि दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों पर संक्षिप्त चर्चा की है। इस दौरान ट्रूडो ने पीएम मोदी को उनके फिर से चुने जाने पर बधाई दी। कनाडा के प्रवक्ता का कहना था कि बेशक इस समय हमारे दोनों देशों के बीच महत्वपूर्ण मुद्दे हैं। हम इस समय कोई और बयान नहीं देंगे।