कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के एक फैसले से देश में हड़कंप मचा हुआ है। विपक्ष भी उनकी कड़ी आलोचना कर रहा है। उन्होंने अपने वार्षिक बजट में मुसलमानों के लिए हलाल गिरवी (Halal Mortgage) यानी हलाल लोन का ऐलान किया है। इसे वहां के लोग मुस्लिमों को रियायत देन वाला कदम बताते हुए तुष्टिकरण की नीति पर चलने की बात कह रहे हैं। सरकार का कहना है कि लोगों के वित्तीय सुविधाओं का दायरा बढ़ाया जा रहा है। दूसरी तरफ सरकार ने विदेशियों को उनके देश में जमीन खरीदने पर दो साल के लिए रोक लाने की बात कही है। सरकार चाहती है कि पहले अपने देश के लोगों को वह गृहस्वामी बनने का मौका देगी।
विदेशियों को जमीन खरीदने पर भी लगाई रोक
सरकार का यह बजट 16 अप्रैल को कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और वित्त मंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड ने ओंटारियो स्थित पार्लियामेंट हिल में पेश किया है। इस बजट में ही उन्होंने मुसलमानों से जुड़े हलाल गिरवी योजना की बात कही थी। इसके साथ ही सरकार ने अपने देश में विदेशियों के जमीन लेने पर दो साल के लिए रोक लगा दी। सरकार का कहना है कि विदेशियों के लगातार जमीन खरीदने से देश के लोगों के सामने समस्या आ गई है। कनाडा में जमीनें महंगी होती जा रही हैं। सरकार पहले अपने लोगों को गृहस्वामी बनाएगी।
इसी को ध्यान में रखते हुए अगले 2 साल यानी 1 जनवरी 2027 तक के लिए विदेशी लोगों के जमीन खरीदने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। हालांकि यह प्रतिबंध नया नहीं है। 1 जनवरी 2023 से 1 जनवरी 2025 तक के लिए विदेशी लोगों के जमीन खरीदने पर प्रतिबंध पहले से ही लगा हुआ है। सरकार ने केवल इसे और बढ़ाया है।
हलाल गिरवी क्या है?
इस्लामी, यहूदी धर्म और ईसाई धर्म में सूदखोरी और ब्याज वसूलने पर रोक है। इस्लाम के मुताबिक उधार लिया जा सकता है, लेकिन इस पर ब्याज वसूलना पाप है। इसी को ध्यान में रखते हुए वहां की सरकार ने मुसलमानों के लिए हलाल गिरवी योजना की शुरुआत की है। सोशल मीडिया पर कई लोगों ने इसको लेकर कई तरह की बातें कह रहे हैं। उनका मानना है कि इससे केवल समाज के एक वर्ग को फायदा होगा। इसीलिए सरकार ने हलाल गिरवी स्कीम ले आई है।
सरकार के इस कदम को लेकर कनाडा के लोगों ने सोशल मीडिया पर कई तरह की प्रतिक्रिया दी है। उनका कहना है यह खतरनाक है और इससे धार्मिक व्यवस्था के हिसाब से नियम बनाने के नई परंपरा शुरू हो जाएगी।