अपने महिलाएं और पुरुषों के जेंडर बदलने की कई खबरें सुनी होंगी। लेकिन ब्रिटेन से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। एक ब्रिटिश महिला ने विदेशियों को नागरिकता दिलाने के लिए करीब 13 बार अपनी पहचान बदली। जब यह मामला कोर्ट में पहुंचा तब महिला ने इसे स्वीकार किया। महिला ने इसलिए ऐसा किया ताकि वह विदेशियों के लिए ब्रिटिश नागरिकता की परीक्षा दे सके और उन्हें नागरिकता दिला सके। महिला ने इस दौरान विग और अन्य भेष भी धारण किया।
13 बार महिला ने बदला भेष
महिला 61 साल की और उसका नाम जोसेफिन मैरिस है। उसने कोर्ट में कबूला कि उसने धोखे से 13 बार अलग-अलग पुरुष और महिलाओं के लिए यूनाइटेड किंगडम का ‘लाइफ इन द यूके टेस्ट’ दिया। ब्रिटेन के गृह मंत्रालय ने भी कहा कि महिला ने आवेदकों की तरह दिखने के लिए जून 2022 और अगस्त 2023 के बीच कई बार भेष बदले। महिला कभी पुरुष की तरह आती तो कभी महिला की तरह बनकर आती थी।
ब्रिटेन के गृह मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि महिला ने जांच से बचने के लिए एक योजना बनाई थी। उसने अधिकारियों से बचने के लिए देशभर में भेष बदलने और प्रशिक्षण केंद्र संस्थानों का सावधानीपूर्वक चयन किया था। उन्होंने कहा कि इस तरह के अपराध करने वाले कई अपराधियों की तरह इसका भी मकसद पैसा कमाना था।
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महिला अभी यूके की ही जेल में बंद है। वह सुनवाई में वर्चुअल तरीके से शामिल हुई। इसमें उसने कबूल किया कि उसने धोखाधड़ी करने के लिए दूसरे लोगों के साथ मिलकर साजिश रची। इसके अलावा उसने दो लोगों के ड्राइविंग लाइसेंस रखने की भी बात स्वीकार की। महिला को इस मामले में 20 मई को सजा सुनाई जाएगी।
‘लाइफ इन द यूके टेस्ट’ क्या होता है?
ये टेस्ट 24 सवाल का होता है। ये टेस्ट ब्रिटिश इतिहास, मूल्यों और समाज की समझ के लिए होता है। टेस्ट व्यक्ति को स्थायी निवास या नागरिकता लेने के लिए पास करना जरूरी होता है। अगर ये टेस्ट व्यक्ति पास नहीं कर पाता है, तो ब्रिटेन की नागरिकता मिलना बेहद मुश्किल हो जाता है। इसके वजह से ही प्रवासी लोग इसे पास करने के लिए अवैध तरीके भी अपना लेते है।