ब्रिटेन के लिवरपूल में फूल सी एक मासूम पर कुत्तों के झुंड ने हमला बोल दिया था। खूंखार कुत्ते उसे उस दौरान बुरी तरह से नोंचे-काटे जा रहे थे। मानो जैसे वह कोई मांस का टुकड़ा हो। हमले में बच्ची बुरी तरह घायल हुई और उसके चेहरे से लेकर पैर तक जख्म ही जख्म थे। यहां तक कि तब उसने जो सफेद रंग का कपड़ा पहन रखा था, वह भी उसके खून से लथ-पथ होने के बाद पूरा लाल हो गया था।

यह मामला सात मई 2016 का है। दरअसल, हाल ही में बीबीसी के एक कार्यक्रम में पीड़िता की मामी सांद्रा मैकेविट ने इस घटना के कड़वे और भयावह अनुभव को याद करते हुए उस दिन की बात बताई। बताया, “हम लोग लिवरपूल में घर पर थे। मैं तब एला की देखभाल कर रही थी, तभी अचानक बगीचे में पांच कुत्ते घुस आए थे। उन्होंने बच्ची को किसी मांस के टुकड़े की तरह नोंचना शुरू कर दिया था।”

हमलावर कुत्ते सांद्रा के पड़ोसी के थे, जो एक्सएल अमेरिकन बुलीज (कुत्ते की एक ब्रीड) थे। सांद्रा के मुताबिक, “मैं उस दौरान मदद के लिए चिल्ला रही थी। मैं दरवाजे की तरफ जाना चाह रही थी, पर वे उसे बुरी तरह नोंचे जा रहे थे। जैसे वह कोई मीट का टुकड़ा हो। कुत्तों ने बच्ची के पैर में काटा, गाल पर नोंचा। ऐसा लग रहा था कि मानो वे मुझ पर भी हमला बोलना चाह रहे थे।”

बकौल सांद्रा, “मैंने देखा कि वह बेहोश सी हो रही थी। मैं सोच रही थी कि भगवान हमें किसी तरह बस यहां से निकाले। शोर-शराबे की आवाज सुन पड़ोसी आए और उन्होंने कुत्तों को वहां से भगाने की कोशिश की। मैं उस दिन की चीखों को आज भी भुला नहीं सकती। उसकी मां बुरी तरह से रोते हुए एंबुलेंस की ओर भाग रही थीं। बच्ची के जख्म इतने अधिक थे कि वह शुरुआत में उसे पहचान भी न सकी थीं।”

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एला को तब एल्डर हे चिल्ड्रेन्स हॉस्पिटल एयरलिफ्ट किया गया था, जहां उसकी 12 घंटे तक सर्जरी चली थी। वह वहां पर लगभग साढ़े तीन हफ्तों तक रही थी। सांद्रा ने आगे बताया कि बच्ची के चेहरे की खाल जगह-जगह से फटी हुई थी। हर जगह टांके लगे थे।