अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के शीर्ष अधिकारियों ने विदेश मंत्री एस जयशंकर की सराहना करते हुए उनको अमेरिका-भारत के मौजूदा रिलेशंस का आर्किटेक्ट कहा है। उनका कहना है कि भारत-अमेरिका के बीच द्विपक्षीय रिश्तों को मजबूती देने में जयशंकर ने विशेष भूमिका निभाई है। जयशंकर की वजह से ही अमेरिका और भारत की सरकारें एक दूसरे के बेहद करीब आ चुकी हैं। ये वैश्विक समृद्धि के लिए बेहतरीन है।

विदेश मंत्री एस जयशंकर अमेरिका यात्रा पर थे। वो रविवार को वापस लौटे। जयशंकर ने एक वीडियो पोस्ट कर अपनी विदेश यात्रा के संस्मरणों को साझा किया। एक्स पर उन्होंने लिखा- India and US: Expanding Horizons। वीडियो में एस जयशंकर ने विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन, वाणिज्य सचिव जीना रायमोंडो के साथ की गई चर्चा का जिक्र किया। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ऑस्टिन के साथ भारत-अमेरिका रक्षा सहयोग पर चर्चा की।

अमेरिका यात्रा के दौरान जयशंकर ने कनाडा के साथ विवाद पर कहा कि फिलहाल संबंध ठीक नहीं हैं। इसकी वजह कनाडा की धरती पर पनप रहा आतंकवाद और उग्रवाद है। उन्होंने कहा कि भारत कनाडा का वीजा निलंबित करना नहीं चाहता है। हमें ये कदम कनाडा सरकार के रवैये के चलते ऐसा करना पड़ा। कनाडा सरकार ने चीजों को जटिल कर दिया है। कनाडा में हमारे राजनयिकों को अपना काम तक नहीं करने दिया जा रहा है। उनका कहना था कि भारत हमेशा की तरह सहयोग की भावना को लेकर काम कर रहा है। लेकिन कनाडा ऐसा नहीं सोचता।

एक रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू ने विदेश मंत्री जयशंकर के सम्मान में एक कार्यक्रम का आयोजन किया था। इसमें अमेरिकी सर्जन जनरल विवेक मूर्ति, उप सचिव रिचर्ड वर्मा, राष्ट्रपति बिडेन की घरेलू नीति सलाहकार नीरा टंडन, व्हाइट हाउस कार्यालय के राष्ट्रीय औषधि नियंत्रण नीति के निदेशक डॉ. राहुल गुप्ता और राष्ट्रीय विज्ञान फाउंडेशन के निदेशक डॉ. सेथुरमन पंचनाथन शामिल हुए।