Benjamin Netanyahu in UNGA: संयुक्त राष्ट्र में आलोचकों और विरोध प्रदर्शन का सामना कर रहे इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शुक्रवार को दुनिया के नेताओं से कहा कि इजराइल को गाजा में हमास के खिलाफ काम खत्म करना ही होगा। उन्होंने गाजा में विनाशकारी युद्ध को समाप्त करने से इनकार करने पर बड़ा आक्रामक रुख अपनाया है। बता दें कि यूरोप समेत दुनिया के कई देशों ने फिलीस्तीन को मान्यता दे दी है, जिसके चलते इजराइल पीएम आक्रोशित हैं।
एक तरफ अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इजरायल चुनौतियों का सामना कर रहा है, तो दूसरी ओर संयुक्त राष्ट्र महासभा में नेतन्याहू ने अपना आक्रामक संबोधन दिया। उन्होंने कहा कि पश्चिमी नेता दबाव में झुक गए होंगे। मैं आपको एक चीज की गारंटी देता हूं। इजराइल नहीं झुकेगा। खास बात यह है कि जब वह भाषण देने ही वाले थे, तब कई देशों के प्रतिनिधि संयुक्त राष्ट्र महासभा हॉल से सामूहिक रूप से बाहर चले गए। उन्होंने इसके बाद संबोधन शुरू किया।
किस फैसले को बताया शर्मनाक?
फिलीस्तीनी राज्य को मान्यता देने के पश्चिमी देशों के हालिया फैसले पर नेतन्याहू ने प्रतिक्रिया भी दी। उन्होंने कहा कि आपका यह शर्मनाक फैसला यहूदियों और हर जगह निर्दोष लोगों के खिलाफ आतंकवाद को बढ़ावा देगा। जैसे ही इजराइली नेता ने बोलना शुरू किया, हॉल में हल्का शोर सुनाई दे रहा था। कुछ लोगों ने तालियां भी बजाईं। इस दौरान अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल वहीं रुका रहा, जिसने हमास के खिलाफ नेतन्याहू के अभियान में उनका समर्थन किया था।
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बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि यहूदी-विरोध का खत्म होना मुश्किल है। दरअसल, यह बिल्कुल नहीं खत्म होता।’’ वह अक्सर अपने आलोचकों पर यहूदी विरोधी भावना रखने का आरोप लगाते रहे हैं। नेतन्याहू को अंतरराष्ट्रीय अलगाव, युद्ध अपराधों के आरोपों और उस संघर्ष को समाप्त करने के बढ़ते दबाव का सामना करना पड़ रहा है। शुक्रवार का भाषण उनके लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सबसे बड़े मंच पर अपनी प्रतिक्रिया देने का एक मौका था। जैसा कि नेतन्याहू अक्सर अतीत में करते आए हैं, उन्होंने एक दृश्य दिखाया जिसमें क्षेत्र का एक नक्शा था जिसका शीर्षक था “द कर्स’’ (अभिशाप)।
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एक खास पिन लगाकर आए थे नेतन्याहू और उनके साथी
उन्होंने उस पर एक बड़े मार्कर से निशान लगा रखे थे। वह मंच पर चढ़ते समय विशेष पिन पहने हुए थे जिस पर क्यूआर कोड लगा था। प्रधानमंत्री के प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों, मंत्रियों और उनके साथ आए लोगों ने भी वही पिन लगाए हुए थे। नेतन्याहू ने क्षेत्र में अपने राजनीतिक और सैन्य दृष्टिकोण में अपने प्रमुख सहयोगी, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भी बार-बार प्रशंसा की।
बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि पश्चिम एशिया में हो रहे बदलावों ने नए अवसर पैदा किए हैं। उन्होंने कहा कि इजराइल ने सीरिया के साथ बातचीत शुरू कर दी है जिसका उद्देश्य देश की नई सरकार के साथ सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करना है। पश्चिम एशिया में इजराइली सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठा रही है कि गाजा वासी और अन्य लोग नेतन्याहू की बात सुनें। सेना ने इजराइल-गाजा सीमा पर लाउडस्पीकर लगा दिए थे ताकि नेतन्याहू का भाषण सुनाई दे।