इस साल प्रदूषित धुंध के लिहाज से सबसे खराब रहने वाले अगले चार दिनों के लिए चीनी राजधानी ने कई उपाय किए हैं, जिनमें अभूतपूर्व दूसरा रेड अलर्ट जारी करना शाामिल है। 2.2 करोड़ की जनसंख्या वाले इस शहर में वायु प्रदूषण के इस नए प्रकोप से निपटने के लिए जारी किया गया यह अलर्ट शनिवार से लागू हो गया।

बेजिंग शहर के लिए रेड अलर्ट के अलावा चीन की मौसम वेधशाला ने देश के उत्तरी क्षेत्र में प्रदूषित धुंध के लिए पीला अलर्ट जारी किया है। ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि स्थितियों के बुधवार तक ऐसी ही बनी रहने की आशंका है। बेजिंग में दिन के शुरू में पीएम 2.5 का स्तर लगभग 100 रहा और सप्ताहांत के दौरान यह स्तर 500 तक पहुंचने की संभावना है। पीएम 2.5 स्तर दरअसल वायु में छोटे और घातक कणों की माप है। इस स्तर का इतना बढ़ जाना बेहद खतरनाक हो सकता है क्योंकि यह विश्व स्वास्थ्य संगठन के वर्णित सामान्य स्तर से कई गुना ज्यादा होगा।

शनिवार सुबह सात बजे से लागू हुआ रेड अलर्ट मंगलवार रात 12 बजे तक जारी रहेगा। यह अलर्ट सबसे गंभीर स्तर के लिए है। प्रदूषण के इस स्तर से निपटने के लिए सम-विषम लाइसेंस प्लेट नंबरों के आधार पर वाहनों के सड़कों पर उतरना सीमित रखा जाएगा।

नेशनल मेटेरोलॉजिकल सेंटर ने कहा कि बेजिंग, तियानजिन और पड़ोसी प्रांतों हेबेई, हेनान, शांक्सी और शानदोंग के साथ-साथ पूर्वोत्तर चीन में भी हल्की प्रदूषित धुंध देखी जाएगी। वहीं दक्षिणी बेजिंग, मध्य हेबेई, उत्तरी हेनान और पश्चिमी शानदोंग में भारी धुंध होगी। एनएमसी ने कहा कि यह धुंध उत्तरी चीन में बुधवार से कम होनी और छंटनी शुरू हो जाएगी।

चीन के मौसम की चेतावनी की प्रणाली में विभिन्न स्तरों पर चार रंगों के अलर्ट जारी करने की व्यवस्था है। लाल रंग का अलर्ट बेहद खराब मौसम की स्थिति में जारी किया जाता है। इससे निचले स्तर पर क्रमश: नारंगी, पीले और नीले अलर्ट का स्थान है। लाल अलर्ट जारी होने पर सभी स्कूलों को बंद कर दिया जाता है, यातायात का संचालन सम और विषम नंबर वाली लाइसेंस प्लेटों के आधार पर किया जाता है और सभी निर्माण कार्य बंद रखे जाते हैं। इन प्रतिबंधों के तहत पटाखे जलाने पर या कोयले के इस्तेमाल करते हुए बाहर खाना पकाने पर भी रोक होती है।

एनएमसी ने कहा कि यह छह दिसंबर और नौ दिसंबर के बीच वायु प्रदूषण की बेहद खराब रही स्थिति से भी बदतर होगा। बेजिंग ने अपने अब तक पहले लाल अलर्ट को बीते सात दिसंबर को जारी किया था। उस समय पीएम 2.5 का स्तर इस पैमाने के शीर्ष यानी 500 पर पहुंच गया था।