अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने शनिवार को कहा कि भारत और पाकिस्तान को अपने परमाणु जखीरे में कमी में प्रगति करने तथा सैन्य सिद्धांत विकसित करने की आवश्यकता है जिससे कि वे ‘लगातार गलत दिशा में न बढ़ते रहें ।’ ओबामा ने कहा, ‘यहां हमारे सामने एक चुनौती यह है कि जब तक अमेरिका और रूस, परमाणु हथियार रखने वाले दो सबसे बड़े देशों के रूप में, मार्ग का नेतृत्व करने को तैयार नहीं होते तब तक हमारे परमाणु जखीरे में बड़ी कमी देखना अत्यंत मुश्किल है।’
ओबामा ने यहां दो दिन तक चले परमाणु सुरक्षा शिखर सम्मेलन के अंत में संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘एक अन्य क्षेत्र जहां हमें प्रगति देखने की आवश्यकता है, वह पाकिस्तान और भारत हैं । यह सुनिश्चित किए जाने की आवश्यकता है कि वे सैन्य सिद्धांत विकसित करते हुए लगातार गलत दिशा में न बढ़ते रहें।’ अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, “हमें कोरियाई प्रायद्वीप पर देखने की आवश्यकता है क्योंकि उत्तर कोरिया पूरी तरह से एक अलग श्रेणी में है और हम सभी के लिए अत्यंत तात्कालिक चिंताएं उत्पन्न करता है।”

