Bangladesh News: बांग्लादेश में इस समय काफी उथल-पुथल का दौर चल रहा है। बाग्लादेशी लोग भारत में घुसने की लगातार कोशिश कर रहे हैं लेकिन बार्डर पर सेना के जवान मुस्तैदी से टिके हुए हैं। इसी बीच, तीन पत्रकारों और एक अन्य व्यक्ति भारत से लगे मैमनसिंह बॉर्डर के रास्ते बांग्लादेश से भागने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस ने उन सभी को हिरासत में ले लिया।
पुलिस ने सोमवार को बताया कि तीन पत्रकारों और एक अन्य व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है। वह कार से भागने की कोशिश कर रहे थे। इन चार लोगों में पत्रकार मोजम्मल बाबू, निजी एकटूर टीवी के मुख्य संपादक और भोरेर कागोज के संपादक श्यामोल दत्ता शामिल हैं। इनको पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार का करीबी माना जाता है और वे ढाका में कई मामलों का सामना कर रहे हैं।
पुलिस ने बताया कि हिरासत में लिए गए अन्य लोगों में एकटूर टीवी के रिपोर्टर महबूबुर रहमान और ड्राइवर सलीम शामिल हैं। उन्होंने आगे बताया कि उन्हें सुबह 6 बजे मैमनसिंह जिले की धोबौरा बॉर्डर की जीरो लाइन के पास पड़ोस के लोगों ने पकड़ लिया था। बाद में गांव के लोगों ने उन्हें मैमनसिंह पुलिस के हवाले कर दिया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बाबू और दत्ता पर स्थानीय लोगों ने हमला किया और पुलिस को बुलाने से पहले उनके पास में से सभी पैसों को छीन लिया।
पुलिस ने सभी को हिरासत में लिया
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि अब वह हमारी हिरासत में है। इतना ही नहीं पुलिस स्टेशन में उनकी सिक्योरिटी भी रखी गई है। हमने चौकसी भी बढ़ा दी है। उन्होंने आगे कहा कि मैमनसिंह पुलिस उन्हें कानूनी प्रक्रियाओं के लिए ढाका ले जाने के लिए अधिकारियों का इंतजार कर रही है। ढाका में 21 अगस्त को पुलिस ने एक अन्य पत्रकार फरजाना रूपा और शकील अहमद को भी अरेस्ट किया था।
वह फ्रांस जाने वाली फ्लाइट में सवार होने की तैयारी में जुटे हुए थे। इन पर छात्र आंदोलन के दौरान हत्या का आरोप लगाया गया है। इतना ही नहीं कई अन्य पत्रकारों पर भी इसी तरह के आरोप हैं। नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार ने इस तरफ इशारा किया कि जब तक जांच पूरी नहीं हो जाएगी तब तक उन्हें अरेस्ट नहीं किया जाएगा।