बांग्लादेश में हालात अभी भी स्थिर नहीं हो पाए हैं। अंतरिम सरकार का गठन हो चुका है, लेकिन जमीन पर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। दूसरी तरफ शेख हसीना के भविष्य को लेकर भी असमंजस के बादल अभी तक छटे नहीं हैं। वे कहां शरण लेने वाली हैं, इसे लेकर कोई पुख्ता खबर सामने नहीं आई है। माना जा रहा है कि वे कुछ दिन और भारत में ही रहने वाली हैं और सरकार भी उनकी सुरक्षा को पूरी प्राथमिकता दे रही है।
किन कारणों से बांग्लादेश में बवाल?
अब इस समय बांग्लादेश में स्थिति तनावपूर्ण तो है, लेकिन इसके अपने कारण भी हैं। एक तरफ आजादी की लड़ाई लड़ने वाले परिवारों को आरक्षण देने का मुद्दा चल रहा है तो दूसरी तरफ खस्ता अर्थव्यवस्था ने भी जनता को आक्रोशित कर रखा है। बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी ने भी लोगों को सड़कों पर उतरने पर मजबूर किया है।
कौन हैं मोहम्मद यूनुस?
मोहम्मद यूनुस बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख हैं। यूनुस ने बांग्लादेश में ग्रामीण बैंक की स्थापना की थी। गरीबी विरोधी अभियान के लिए उन्हें 2006 में नोबेल शांति पुरस्कार मिला था। वह बांग्लादेश के एक सामाजिक उद्यमी, एक बैंकर, एक अर्थशास्त्री और सिविल सोसायटी के नेता हैं। 28 जून 1940 को जन्मे मोहम्मद यूनुस को यूनाइटेड स्टेट्स प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ फ्रीडम से सम्मानित किया जा चुका है।
Bangladesh News LIVE: बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के वरिष्ठ नेताओं ने शुक्रवार को कहा कि भारत-बांग्लादेश द्विपक्षीय संबंध अवामी लीग पर निर्भर नहीं हैं और भारत द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को शरण देने पर ”बांग्लादेश में प्रतिकूल प्रतिक्रिया होना स्वभाविक है”। बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री खांडकर मुशर्रफ हुसैन ने बांग्लादेश के लिए भारत को ‘बहुत महत्वपूर्ण’ करार देते हुए कहा कि ‘यह द्विपक्षीय संबंधों में एक नया अध्याय शुरू करने का सही समय है’।
Bangladesh News LIVE: बांग्लादेश में सरकार विरोधी प्रदर्शनों के चरम पर रहने के दौरान वीरान हो गए पुलिस थानों में सेना की सहायता से धीरे-धीरे सामान्य गतिविधियां फिर से शुरू हो रही हैं। ‘ढाका ट्रिब्यून’ समाचारपत्र ने सैन्य और पुलिस अधिकारियों के हवाले से बताया कि लगभग चार दिनों के बाद सेना की सहायता से लगभग 29 पुलिस थानों में गतिविधियां फिर से शुरू हो गई हैं।
Bangladesh News LIVE: विहिप की त्रिपुरा इकाई ने केंद्र से बांग्लादेश में हिन्दुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया अगरतला, नौ अगस्त (भाषा) विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की त्रिपुरा इकाई ने केंद्र से पड़ोसी देश में अशांति के मद्देनजर बांग्लादेश में रहने वाले हिंदू परिवारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया है।
विहिप के प्रांतीय मंत्री शंकर रॉय ने कहा, ‘‘बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार के गिरने के बाद से अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है, उपद्रवियों ने उनके घरों और व्यवसायों को लूट लिया है और आग लगा दी है।’’
Bangladesh News LIVE: बांग्लादेश से टूरिस्ट वीजा पर शुक्रवार को भारत आए पर्यटकों ने वहां हिंदुओं पर किए जा रहे हमलों की बात मानी। बांग्लादेश के निल्फामेरी से भारत आईं शाजिया सुल्ताना ने बताया कि वहां अल्पसंख्यकों पर हमले हुए है।
Bangladesh News LIVE: न्यूज एजेंसी ANI ने इससे जुड़ा एक वीडियो जारी किया है। इस वीडियो में भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर सैकड़ों लोगों की भीड़ दिखाई दे रही है।
वीडियो के साथ ANI द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, पश्चिम बंगाल के कूच बिहार के सीतलकूची में पठानटुली स्थित इंडिया बांग्लादेश बॉर्डर पर बड़ी संख्या में लोग जमा है।
Bangladesh News LIVE: केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने बताया कि बांग्लादेश की स्थिति के मद्देनजर मोदी सरकार ने सीमा पर मौजूदा स्थिति की निगरानी के लिए समिति गठित की है। सरकारी समिति भारतीय नागरिकों, हिंदुओं और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बांग्लादेश में अधिकारियों के संपर्क में रहेगी। भारत-बांग्लादेश सीमा पर स्थिति की निगरानी के लिए सरकारी समिति का नेतृत्व एडीजी, बीएसएफ, पूर्वी कमान करेंगे।
बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का गठन हो चुका है। उस अंतरिम सरकार ने जोर देकर बोला है कि उसकी पहली प्राथमिकता कानून व्यवस्था को दुरुस्त करना होगा, पूरे देश में शांति स्थापित करना रहेगा। अल्पसंख्यकों को लेकर भी कहा गया है कि उन पर हो रहे हमले चिंताजनक है, लेकिन कुछ मामलों में बढ़ा-चढ़ाकर भी दिखाया जा रहा है।
बांग्लादेश के हालात पर भारत सरकार ने एक कमेटी का गठन कर दिया है। उस कमेटी में ADG, BSF और पूर्वी कमान को शामिल किया गया है। गृह मंत्री भी उस कमेटी में अहम भूमिका निभाने जा रहे हैं।
हिंदुओं पर हो रहे हमलों पर पहली बार यूएन का बयान आया है। वहां के प्रवक्ता ने दो टूक कहा है कि बांग्लादेश में जो हो रहा है, उससे हर कोई चिंतित है। यूएन हमेशा से ही हर तरह के नस्लीय हमले के खिलाफ है और उसकी निंदा करता है।
बांग्लादेश में अंतरिम सरकार जरूर बन गई है, लेकिन सियासी उथल पुथल अभी भी जारी है। असल में खालिदा जिया की पार्टी बीएनपी ने साफ कर दिया है कि कुछ समय के लिए किसी भी दूसरी पार्टी के नेता को शामिल नहीं किया जाएगा। पार्टी की किसी छोटी इकाई या फिर कमेटी में भी किसी को शामिल नहीं किया जाएगा।
बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का गठन तो हो ही गया है, इसके साथ-साथ Anti-discrimination Student Movement ने भी अपनी एक अलग कमेटी का गठन कर दिया है। यह कमेटी अब अंतरिम सरकार के साथ मिलकर ही काम करने वाली है, छात्रों के मुद्दों को इसके जरिए उठाया जाएगा।
अंतरिम सरकार के नेताओं ने सत्ता में आते ही सबसे पहले ढाका में उन शहीदों को नमन किया जिन्होंने बांग्लादेश की आजादी के लिए महा बलिदान देने का काम किया था। उस मौके पर मोहम्मद यूनुस ने कहा था कि अब बांग्लादेश के लिए एक नया अध्याय शुरू हो रहा है जहां पर सभी को न्याय मिलेगा और मानवाधिकारों की रक्षा भी होगी।
Bangladesh LIVE: शेख हसीना की बेटी ने अपनी एक इच्छा जाहिर की है। वे अपनी मां से मिलना चाहती हैं, उनका हालचाल लेना चाहती हैं। लेकिन उनका यह भी कहना है कि वे अपनी मां की लोकेशन किसी को नहीं बताना चाहतीं, उनकी सुरक्षा के साथ समझौता नहीं किया जाएगा।
Bangladesh LIVE: शेख हसीना के बेटे ने मीडिया से बात करते हुए एक बड़ा दावा कर दिया है। जोर देकर कहा गया है कि बांग्लादेश में जब अगला चुनाव होगा तो शेख हसीना जरूर लड़ेंगी। यह बड़ी बात है क्योंकि ऐसा कहा जा रहा था कि देश छोड़ने के बाद हसीना की राजनीति भी खत्म हो गई।