बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने पूर्व पीएम शेख हसीना का पासपोर्ट रद्द कर दिया है। हसीना के अलावा 96 अन्य लोगों के पासपोर्ट रद्द क‍िए गए हैं। इन पर लोगों को जबरन गायब करने और जुलाई में हुए प्रदर्शन के दौरान हत्या करने के आरोप हैं। इनमें से ज्‍यादातर अवामी लीग से जुड़े नेता और कारोबारी हैं।

बांग्लादेश के आव्रजन एवं पासपोर्ट विभाग ने मंगलवार को अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना सहित 97 व्यक्तियों के पासपोर्ट रद्द कर दिए। इन लोगों पर जुलाई-अगस्त 2024 में छात्र विरोध प्रदर्शनों के दौरान लोगों को जबरन गायब करने और हत्याओं में कथित संलिप्तता का आरोप लगाया गया है।

द डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक, मुख्य सलाहकार के उप प्रेस सचिव आज़ाद मजूमदार ने विदेश सेवा अकादमी में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान खुलासा किया कि रद्द किए गए 22 पासपोर्ट विशेष रूप से जबरन गायब किए जाने के आरोपों से जुड़े थे। उन्होंने आगे कहा कि हसीना सहित शेष 75 पासपोर्ट विद्रोह की हिंसक घटनाओं में कथित संलिप्तता के कारण रद्द कर दिए गए थे। इन विद्रोहों में सैकड़ों लोग मारे गए थे।

यह घटनाक्रम अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (ICT) द्वारा शेख हसीना और 11 अन्य के खिलाफ उनके कार्यकाल के दौरान अपहरण करने और हत्याओं के मामले में गिरफ्तारी वारंट जारी करने के ठीक एक दिन बाद हुआ है। न्यायाधिकरण ने हसीना सहित सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर उसके समक्ष पेश करने के लिए 12 फरवरी तक की समयसीमा तय की है।

क्या शेख हसीना को गिरफ्तार कर लिया जाएगा?

शेख हसीना और 15 लोगों के खिलाफ ICT में शिकायत दर्ज

मंगलवार सुबह शेख हसीना और 15 अन्य लोगों के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण में एक शिकायत दर्ज की गई थी। जिसमें साल 2021 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बांग्लादेश यात्रा के दौरान हुई कथ‍ित गोलीबारी की बात कही गई है। शफीकुल इस्लाम मुफ्ती की ओर से दायर शिकायत में कहा गया है क‍ि 2021 में जब पीएम मोदी आए थे तब वहां एक विरोध प्रदर्शन चल रहा था। उस वक्‍त शेख हसीना की सरकार ने प्रदर्शनकार‍ियों पर अंधाधुंध गोलीबारी की थी, ज‍िसमें उनका 17 साल का बेटा और कई और निर्दोष लोग मारे गए थे।

यह लेटेस्ट वारंट 17 अक्टूबर को जारी किए गए एक पहले के वारंट के बाद आया है, जिसमें हसीना पर उसी विरोध प्रदर्शन के दौरान नरसंहार और मानवता के खिलाफ अपराध का आरोप लगाया गया था। अवामी लीग शासन के पतन के बाद से न्यायाधिकरण ने हसीना, उनकी पार्टी के नेताओं और वरिष्ठ कानून प्रवर्तन अधिकारियों के खिलाफ कम से कम 60 मामले या शिकायतें दर्ज की हैं। देश-दुनिया की तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ें jansatta.com का LIVE ब्लॉग