Yunus Past Remarks on Donald Trump: अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत हो गई है। इसके बाद अब बांग्लादेश की अंतरिम सरकार अब टेंशन में नजर आ रही है। अभी तक नोबेल पुरस्कार विजेता और अंतरिम सरकार के मुखिया की तरफ से आधिकारिक तौर पर कुछ भी नहीं बोला गया है। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि अपने पुराने बयानों की वजह से यूनुस को अमेरिका की नई सरकार से काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
ट्रंप के आने के बाद क्यों टेंशन में मोहम्मद यूनुस
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 2016 में ट्रंप के पहली बार राष्ट्रपति चुनाव जीतने के ठीक बाद मोहम्मद यूनुस ने पेरिस में चुनाव पर सवाल खड़े किए थे। उन्होंने कहा, ‘ट्रंप की जीत से हमें इतना गहरा धक्का लगा है कि आज सुबह मैं मुश्किल से बोल पा रहा था। मेरी सारी ताकत खत्म हो गई है। क्या मुझे यहां आना चाहिए? बेशक, मुझे आना चाहिए। हमें इस गिरावट को अवसाद में नहीं बदलने देना चाहिए। हम इन काले बादलों को दूर कर देंगे।’
ट्रंप के बारे में यूनुस के पिछले विचार और बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हमलों की ट्रंप द्वारा खुले तौर पर की गई निंदा नोबेल पुरस्कार विजेता के लिए वाशिंगटन डीसी से निपटना मुश्किल बना सकती है।
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ट्रंप ने हिंदुओं पर हमले की निंदा की थी
ट्रंप ने दिवाली पर अपने मैसेज में बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमले की कड़ी निंदा की थी। उन्होंने ट्वीट कर लिखा था, ‘मैं बांग्लादेश में हिंदुओं, ईसाइयों और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ बर्बर हिंसा की कड़ी निंदा करता हूं, जिन पर भीड़ द्वारा हमला किया जा रहा है और लूटपाट की जा रही है। बांग्लादेश पूरी तरह से अराजकता की स्थिति में है।’ इतना ही नहीं उन्होंने आगे यह भी कहा कि अगर मेरा कार्यकाल होता तो मैं कभी भी ऐसा नहीं होने देता।
जुलाई और अगस्त के महीने में बांग्लादेश में हिंदु समुदाय के खिलाफ हिंसा में बढ़ोतरी हुई थी। बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के तौर पर चुना गया है। एक बार फिर से उनकी व्हाइट हाउस में वापसी हुई है। 78 साल के ट्रंप ने राष्ट्रपति पद जीतने के लिए जरूरी 270 से ज्यादा इलेक्टोरल कॉलेज वोट हासिल करके बुधवार को व्हाइट हाउस पर फिर से कब्जा कर लिया।