Bangladesh News: बांग्लादेश में हिंसा तो रूक गई है, लेकिन तनाव अभी बरकरार है। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस को अमेरिका में लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा है। नोबेल पुरस्कार विजेता यूनुस 79वें संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र में हिस्सा लेने के लिए अमेरिका के न्यूयॉर्क में पहुंचे हैं। वह जिस होटल में रूके हैं, वहां पर ही बांग्लादेशी मूल के कुछ लोग इकट्ठा हो गए और अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों को लेकर जमकर नारेबाजी की।

एक प्रदर्शनकारी शेख जमाल हुसैन ने कहा समाचार एजेंसी एएनआई से कहा कि डॉ मोहम्मद यूनुस ने असंवैधानिक और अवैध तरीके से सत्ता हासिल की। ​​उन्होंने गंदी राजनीति से सत्ता हासिल की और बहुत से लोग मारे गए। अभी तक हमारी चुनी हुई प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा नहीं दिया है। हम UN से विनम्रता पूर्वक आग्रह करते हैं कि उन्होंने यहां बांग्लादेशी लोगों का प्रतिनिधित्व नहीं किया।

हमारे लोग बांग्लादेश में सुरक्षित नहीं

एक अन्य प्रदर्शनकारी डीएम रोनाल्ड ने कहा कि हम धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र में भरोसा करते हैं। बलपूर्वक सत्ता हासिल करने के बाद उन्होंने हिंदुओं, मुसलमानों, ईसाइयों को मारना शुरू कर दिया। हमारे लोग बांग्लादेश में सुरक्षित नहीं हैं। एक प्रदर्शनकारी डॉ. रहमान कहते है कि मैं बांग्लादेश के 117 मिलियन लोगों का प्रतिनिधित्व करने वाले अवैध, अनिर्वाचित व्यक्ति का विरोध करने के लिए यहां आया हूं। वह निर्वाचित नहीं है, उसे छात्रों द्वारा नियुक्त किया गया है। उसे अल्पसंख्यकों या किसी की परवाह नहीं है। उसने अवैध रूप से देश पर कब्जा कर लिया है।

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बांग्लादेश में भड़की थी हिंसा

बांग्लादेश में विरोध-प्रदर्शन के बाद पांच अगस्त को पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने पीएम पद से इस्तीफा दे दिया था और वह भारत आ गईं। इसके बाद सेना ने सभी चीजों को अपने हाथों में लेते हुए मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार का गठन किया। अतंरिम सरकार के मुखिया होने के नाते ही यूनुस अमेरिका में यूएनजीए के सत्र में हिस्सा ले रहे हैं। बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार के गिरने के बाद में देश भर जमकर हिंसा भड़की और 230 से ज्यादा लोगों की जान चली गई। यहां पर लगातार अल्पसंख्यकों को टारगेट किया जा रहा है।