Bangladesh Shyam Das Prabhu Arrest: बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है, एक तरफ चिन्मय दास प्रभु दास की गिरफ्तारी की वजह से भारत के साथ बिगड़ रहे हैं, दूसरी तरफ अब बांग्लादेश में एक और हिंदू पुजारी की गिरफ्तारी हो गई है। खबर है कि श्याम दास प्रभु नाम के पुजारी को भी बांग्लादेश की पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है। दावा हुआ है कि श्याम दास चिन्मय को जेल में दवाई देने के लिए गए थे, लेकिन तब उन्हें भी अरेस्ट कर लिया गया।
ना जांच ना पूछताछ, सीधे गिरफ्तारी?
अभी के लिए खबर यह आ रही है कि बिना किसी अरेस्ट वारंट के श्याम दास प्रभु के खिलाफ इतनी बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया है। जानकारी के लिए बता दें कि बांग्लादेश में चिन्मय दास प्रभु की गिरफ्तारी देशद्रोह केस में हुई है। उनकी गिरफ्तारी के बाद से ही हिंदू समुदाय सड़क पर है और उनकी तरफ से विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है।
बांग्लादेश ने भारत पर लगा दिया ये आरोप
जानकारी के लिए बता दें कि 29 नवंबर को चटगांव में तीन हिंदू मंदिर को भी निशाना बनाया गया था। बीडी न्यूज से मिली जानकारी के अनुसार शांतेश्वरी मातृ मंदिर, शांतेश्वरी कालीबाड़ी मंदिर, शनि मंदिर को निशाना बनाया गया था। उन कथित हमलों के बाद ही भारत सरकार भी हरकत में आई थी और बांग्लादेश की सरकार से अल्पसंख्यकों की रक्षा करने की अपील की थी।
बांग्लादेश में हिंदुओं की स्थिति
बांग्लादेश में इस समय 91 फीसदी मुसलमान हैं, 8% से भी कम हिंदुओं की आबादी है। अब हैरानी इस बात की नहीं है कि हिंदू सिर्फ 8 फीसदी के करीब हैं, चिंता का विषय यह है कि हिंदुओं की आबादी बांग्लादेश में साल दर साल घटती जा रही है। बांग्लादेश में 1971 में हिंदुओं की आबादी 13.5 प्रतिशत थी, 1991 तक आंकड़ा 10 फीसदी के आसपास पहुंच गया और अब यह 8 फीसदी से भी नीचे जा चुका है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें