भारत-बांग्लादेश के बीच जारी तनाव के बीच बांग्लादेश की कुछ पार्टियों ने बॉर्डर पर प्रोटेस्ट मार्च निकालने का ऐलान किया है। बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी और जातीयतावादी जुबादल, स्वेच्छा सेबोक दल और छात्रो दल जैसे सहयोगी समूहों ने ‘लंबे मार्च और ‘अगरतला चलो’ विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है। जिसके बाद त्रिपुरा की अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर, विशेष रूप से राज्य की राजधानी के पास अखौरा एकीकृत चेकपोस्ट पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।

खालिदा जिया के नेतृत्व वाली बीएनपी (जो बांग्लादेश में शेख हसीना की अवामी लीग सरकार के दौरान मुख्य विपक्षी पार्टी हुआ करती थी) ने इस महीने की शुरुआत में अगरतला में देश के सहायक उच्चायोग में सुरक्षा उल्लंघन, बांग्लादेशी राष्ट्रीय ध्वज के अपमान और सांप्रदायिक विद्वेष को कथित रूप से भड़काने के विरोध में मार्च का आह्वान किया था।

ढाका के नया पलटन क्षेत्र में बीएनपी मुख्यालय से शुरू हुए इस विरोध प्रदर्शन को शुरू में अगरतला तक एक रैली बताया गया था, हालांकि बाद में नेताओं ने मीडिया को बताया कि यह अखौरा चेकपोस्ट पर खत्म होगा।

भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर कड़ी सुरक्षा

पत्रकारों से बात करते हुए पश्चिम त्रिपुरा के पुलिस अधीक्षक किरण कुमार ने कहा कि सीमा पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। पुलिस और सीमा सुरक्षा बल ने पिछले एक सप्ताह से संयुक्त क्षेत्र वर्चस्व अभियान चलाया है। अखौरा में सुरक्षा बढ़ा दी गई, जो पश्चिम बंगाल में पेट्रापोल-बेनापोल के बाद भारत की बांग्लादेश सीमा पर दूसरी सबसे बड़ी एकीकृत जांच चौकी है।

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पुलिस अधीक्षक कुमार ने कहा, “पिछले कुछ दिनों से यहां एक अतिरिक्त पुलिस चौकी है। इलाके में अतिरिक्त सुरक्षा अभियान चल रहा है। हम सीमावर्ती इलाकों और सीमावर्ती सामुदायिक इलाकों में संयुक्त क्षेत्र वर्चस्व और संयुक्त गश्त कर रहे हैं।”

सीमा पर स्थिति शांतिपूर्ण

किरण कुमार ने कहा कि 20 और 21 दिसंबर को अगरतला में होने वाले पूर्वोत्तर परिषद के पूर्ण अधिवेशन के मद्देनजर भारत-बांग्लादेश सीमा पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। इस अधिवेशन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ-साथ सभी आठ पूर्वोत्तर राज्यों के राज्यपाल और मुख्यमंत्री शामिल होंगे।

इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए पुलिस अधिकारी ने कहा कि सीमा पर कोई तनाव नहीं है और स्थिति शांतिपूर्ण है। अधिकारियों ने यह भी बताया कि बांग्लादेशी सीमा सुरक्षा अधिकारियों ने अपनी ओर से अगरतला जाने वाले जुलूस को अखौरा में रोक दिया था। पढ़ें- ढाका पहुंचे विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री से हिंदुओं पर हमले पर क्या बोला बांग्लादेश