भारत में इलाज के लिए आए बांग्लादेश के सांसद अनवारुल अजीम अनार अचानक गायब हो गये। इससे उनके परिवार के लोग परेशान हैं और सरकार से उनका पता लगाने की गुहार लगाई है। बांग्लादेश के जेनेदाह-4 निर्वाचन क्षेत्र से अवामी लीग पार्टी के सांसद अनवारुल अजीम अनार 12 मई को भारत आए थे।

सांसद के पीए ने कहा- संपर्क की हर संभव कोशिश नाकाम साबित हुई

56 वर्षीय अनवारुल अजीम की बेटी मुमतरीन फिरदौस डोरेन ने मीडिया को बताया कि तीन बार के सांसद और कालीगंज उपजिला इकाई के अध्यक्ष अनवारुल अजीम अनार 12 मई को इलाज के लिए भारत गए थे। उन्होंने कहा, “हमारा आखिरी बार अपने पिता से तीन दिन पहले संपर्क हुआ था। हम बहुत चिंतित हैं।” अजीम के निजी सहायक अब्दुर रऊफ ने स्थानीय पत्रकारों से कहा, “हमने उनसे संपर्क करने की हर संभव कोशिश की, लेकिन असफल रहे।” अजीम की बहन तस्लीमा खातून ने कहा, “हमने उनका पता लगाने के लिए सरकार के टॉप लेवल पर सूचित किया है।”

कोलकाता पुलिस को उनके नहीं मिलने की जानकारी दी गई है

कोलकाता में बांग्लादेश के उप उच्चायोग के एक अधिकारी ने पत्रकारों को बताया, “अनवारुल अजीम के लापता होने से संबंधित जीडी (सामान्य डायरी) शनिवार को दर्ज की गई।” इसको पश्चिम बंगाल के बारानगर पुलिस स्टेशन के अंतर्गत मंडलपारा लेन के गोपाल बिस्वास नामक व्यक्ति ने दर्ज कराई थी।

अधिकारी ने बताया कि मिशन ने इस मामले को भारतीय अधिकारियों के समक्ष उठाया है। कालीगंज पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी मोहम्मद अबू अजिफ ने कहा, “हमने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को मामले की जानकारी दे दी है।” उन्होंने बताया कि उनके स्टेशन पर किसी ने कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है।

बांग्लादेश के गृह मंत्री ने उम्मीद जताई- वह जल्द लौटेंगे

बांग्लादेश के गृह मंत्री असदुज्जमां खान कमाल (Asaduzzaman Khan Kamal) ने पत्रकारों से कहा कि सांसद को लेकर चिंता की कोई बात नहीं है। उन्होंने कहा, “सांसद कोलकाता गए हैं। वे वापस आएंगे। हमारी एनएसआई काम कर रही है। भारतीय एजेंसियों को सूचित कर दिया गया है। चिंता की कोई बात नहीं है। वह संसद के सदस्य हैं। वह जानते हैं कि वह क्या कर रहे हैं। वह पड़ोसी भारत गए हैं। वह म्यांमार नहीं गए हैं, जहां लड़ाई चल रही है। मुझे लगता है कि वह वापस आएंगे।”

ढाका मेट्रोपोलिटन पुलिस की जासूसी शाखा (Detective Branch) के प्रमुख मोहम्मद हारुन उर राशिद (Harun-ur-Rashid) ने कहा कि सांसद अजीम भारत में एक बांग्लादेशी सिम और एक भारतीय सिम इस्तेमाल कर रहे थे, लेकिन पिछले तीन दिनों से उनके दोनों नंबर कभी ऑन रहते हैं और कभी ऑफ हो जाते हैं। इस मुद्दे पर भारतीय पुलिस से भी चर्चा की जा रही है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि अजीम के साथ क्या हुआ।

हारुन ने कहा कि 16 मई की सुबह अजीम के फोन से उनके एपीएस और जेनेदाह जिले के एक नेता एएल को कॉल किया गया। लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया। उनकी आखिरी लोकेशन मुजफ्फराबाद में पाई गई। उन्होंने कहा कि वे इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं और भारतीय पुलिस के संपर्क में हैं।