पाकिस्तान ने यूनिवर्सिटी में होली मनाने पर बैन लगाने की अधिसूचना वापस ले ली है। अधिसूचना को लेकर हुए कड़े विरोध के बाद यह फैसला लिया गया है। इससे पहले पाकिस्तान के उच्च शिक्षा आयोग (HEC) ने विश्वविद्यालयों में होली मनाने पर बैन लगा दिया था। अब एचईसी ने गुरुवार (22 जून, 2023) को इस संबंध में एक लेटर जारी कर सूचना दी कि होली मनाने पर बैन की अधिसूचना वापस ले ली गई है।

कायद-ए-आजम यूनिवर्सिटी में छात्रों ने मनाई थी होली

देश के कायद-ए-आजम विश्वविद्यालय में होली का वीडियो वायरल होने के बाद एचईसी ने यूनिवर्सिटी में होली मनाने पर बैन लगाने का फैसला किया था। हालांकि, यह वीडियो 8 मार्च का है, जिसमें छात्र होली खेलते और जश्न मनाते नजर आ रहे थे। इसे लेकर सोशल मीडिया पर खबरें आने के कुछ दिन बाद एचईसी ने यह अधिसूचना जारी की थी।

एचईसी का दावा, घटना ने देश की छवि को नुकसान पहुंचाया

आयोग की कार्यकारी निदेशक शाइस्ता सोहेल ने शैक्षणिक संस्थानों के प्रमुखों को लिखे पत्र में इस विश्वविद्यालय का नाम नहीं दिया था। पाकिस्तानी अखबार डॉन ने बताया कि मंगलवार को जारी अपने पत्र में एचईसी ने कहा कि इस आयोजन से देश की छवि को नुकसान पहुंचा है। पत्र में लिखा गया था कि ऐसी गतिविधियों को देखना दुखद है जो हमारे सामाजिक-सांस्कृतिक मूल्यों से पूरी तरह से अलग हैं और देश की इस्लामी पहचान को नुकसान पहुंचाती है। इसमें यह भी कहा गया कि एक विश्वविद्यालय में व्यापक रूप से प्रचारित घटना ने चिंता पैदा कर दी है और देश की छवि को नुकसान पहुंचाया है।

यूनिवर्सिटी का वीडियो सामने आने के बाद लिया था फैसला

आठ मार्च के कार्यक्रम का एक वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहा है जिसमें छात्रों को नाचते और हवा में रंग उड़ाते हुए देखा जा सकता है। वीडियो में तेज संगीत की आवाज भी आ रही है। पत्र में कहा गया कि इस तथ्य से इनकार नहीं किया जा सकता है कि सांस्कृतिक, जातीय और धार्मिक विविधता एक समावेशी और सहिष्णु समाज की ओर ले जाती है, जो सभी धर्मों और पंथों का गहराई से सम्मान करता है। हालांकि, इसे सीमित स्थिति में किया जाना चाहिए और हद से ज्यादा होने पर इन्हें रोकना होगा। आयोग ने पत्र में कहा कि छात्रों को निहित स्वार्थों के बारे में जागरूक होने की आवश्यकता है।

आयोग ने छात्रों को इस तरह के आयोजनों से खुद को दूर रखने की सलाह दी थी। आयोग ने कहा कि पहले भी ऐसी सलाह दी गई है कि छात्र इस तरह की गतिविधियों से दूर रहें, जो स्पष्ट रूप से देश की पहचान और सामाजिक मूल्यों से मेल नहीं खाते हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह का एक उदाहरण हिंदू त्योहार होली है, जिसे पाकिस्तान की यूनिवर्सिटी में बड़े स्तर पर मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसकी वजह से देश की छवि को नुकसान हुआ है।