संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात के दौरान पहले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को लेकर उत्साह जाहिर करते हुए कहा कि योग ने दुनिया भर के लोगों में ‘‘अप्रत्याशित’’ जोश पैदा कर दिया है।

बान ने कल शाम मैनहट्टन होटल में सुषमा से मुलाकात की जहां वह ठहरी हैं। उन्होंने सुषमा के हाथ मिलाते हुए उनका अभिवादन कुछ इस तरह किया ‘‘नमस्ते, क्या हाल चाल हैं।’’

संयुक्त राष्ट्र के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आए बान ने पहले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के आयोजन पर सुषमा को बधाई दी। उन्होंने कहा ‘‘मैं बहुत उत्साहित हूं।’’

विश्व संस्था के महासचिव ने भारतीय विदेश मंत्री से कहा कि विश्व संस्था ने अलग अलग थीम पर कई अंतरराष्ट्रीय दिवस मनाए हैं लेकिन योग दिवस को लेकर जोश और उत्साह अप्रत्याशित है। उन्होंने कहा ‘‘बहुत ज्यादा उत्साह है। हमने कई अंतरराष्ट्रीय दिवस मनाए हैं लेकिन यह (योग दिवस) अप्रत्याशित, बहुत रोमांचक हैं।’’

बान ने कहा कि उन्हें बताया गया है कि 21 जून के समापन तक दुनिया भर में करीब दो अरब लोग योग दिवस में शामिल होंगे। सुषमा ने बान को बताया कि केवल यमन को छोड़ कर 192 देश योग दिवस मनाएंगे।

बान ने इस साल जनवरी में संपन्न अपनी भारत यात्रा के दौरान किए गए अथित्य सत्कार और ‘‘शानदार प्रबंधों’’ के लिए सुषमा को धन्यवाद भी दिया।

बान ने कहा कि मई में उन्हें एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का अवसर मिला और यह मुलाकात सोल में हुई। बान जब सुषमा से मिलने पहुंचे तब आध्यात्मिक नेता श्री श्री रविशंकर ने भी विश्व संस्था के महासचिव से मुलाकात की।

विदेश मंत्री के साथ संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत अशोक मुखर्जी, स्थायी उप प्रतिनिधि भगवंत बिश्नोई और अन्य वरिष्ठ भारतीय अधिकारी थे। बान और स्वराज ने विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।

संयुक्त राष्ट्र में और शहर में योग दिवस पर होने वाले समारोहों की अध्यक्षता के लिए सुषमा कल यहां पहुंचीं। समझा जाता है कि वह भारत लौटने से पहले, कल संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष सैम कुटेसा से मुलाकात करेंगी।

इससे पहले, दिन में, सुषमा ने अहिंसा विश्व भारती द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि योग शरीर, हृदय और आत्मा को स्वस्थ बनाता है और सकारात्मक सोच रखने में मदद करता है।

संगठन द्वारा जारी बयान के अनुसार, सुषमा ने कहा कि योग दुनिया एवं मानवता को एक महत्वपूर्ण उपहार है और इसका अभ्यास स्वस्थ एवं समृद्ध समाज बनाता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान के बाद पूरी दुनिया अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मना रही है जो कि गर्व की बात है।

कार्यक्रम में अहिंसा विश्व भारती के संस्थापक आचार्य लोकेश मुनि भी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि योग को अगर शिक्षा प्रणाली में शामिल किया जाए तो यह वैश्विक समस्याओं का समाधान करने में मदद कर सकता है। उन्होंने कहा कि संपूर्ण एवं संतुलित विकास के लिए योग को जीवन शैली का हिस्सा बनाया जाना चाहिए।