आंग सान सू की की लोकतंत्र समर्थक पार्टी आम चुनाव में बड़ी जीत दर्ज करने के बाद सोमवार को संसद में लौट आई। जबकि सत्ता के हस्तांतरण को लेकर वह अब भी सतर्क रुख अपनाए हुए है।  संविधान के अनुसार सू की म्यांमा सरकार का नेतृत्व नहीं कर सकती हैं, लेकिन उन्होंने अगले राष्ट्रपति से ‘ऊपर’ रह कर शासन करने की बात कही है। बीते आठ नवंबर के आम चुनाव में उनकी नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी (एनएलडी) को भारी जीत मिली है। अब सू की अपनी पार्टी से ही किसी व्यक्ति को अगला राष्ट्रपति चुनेंगी।

एनएलडी के शीर्ष नेता सत्ता हस्तांतरण को लेकर सतर्कता बरत रहे हैं कि कहीं शाक्तिशाली सैन्य प्रतिष्ठान कहीं किसी तरह की बाधा न पैदा करे। एनएलडी के प्रवक्ता विन हेतेन ने एएफपी से कहा-‘हमें नहीं लगता कि सत्ता हस्तांतरण 100 फीसद आदर्श होगा।’ हेतेने ने कहा कि इस बार हालांकि हम बहुत खुश हैं कि हमें भारी जीत मिली है, हम चिंता भी है कि कहीं इतिहास न दोहराया जाए।

प्रवक्ता की यह टिप्पणी संसद के नए सत्र से पहले आई है। उनका संदर्भ 1990 में एनएलडी को मिली जीत और फिर सैन्य व्यवस्था द्वारा उसे सत्ता से दूर रखने के घटनाक्रम से जुड़ा है।

म्यांमा के राष्ट्रपति थेन सीन ने रविवार को कहा था कि आम चुनाव में आंग सान सू की की पार्टी की मिली भारी जीत उनके नेतृत्व वाली मौजूदा सरकार के सुधारों का परिणाम है। उन्होंने यह भी कहा कि सत्ता का हस्तांतरण सुगम होगा।

इससे पहले सीन ने कहा कि बीते आठ नवंबर के चुनाव म्यांमा में हुए राजनीतिक और आर्थिक बदलावों का प्रमाण है। उन्होंने यांगून में राजनीतिक दलों की बैठक में कहा कि यह चुनाव हमारी सुधार प्रक्रिया का नतीजा है जिसका हमने वादा किया था। हमने इसका बहुत सफल आयोजन किया।