AUKUS Deal: चीन को कड़ी टक्कर देने के लिए ऑस्ट्रेलिया-अमेरिका और ब्रिटेन के बीच ऐतिहासिक डील हुई है। इस डील को लेकर पिछले काफी समय से दुनिया भर में चर्चा थी। इस डील को हिंद प्रशांत महासागर में चीन के खिलाफ बड़ी रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस और यूनाइटेड किंगडम के प्रधानमंत्री ऋषि सनक के साथ सोमवार को इसकी घोषणा की कि ऑस्ट्रेलिया अपने बेड़े को आधुनिक बनाने के लिए अमेरिका से परमाणु शक्ति से चलने वाली हमलावर पनडुब्बियों की खरीद करेगा।
सैन डिएगो कैलिफोर्निया में एक अमेरिकी नौसैनिक अड्डे पर इस डील की घोषणा करते हुए संयुक्त बयान में कहा गया कि AUKUS के तहत अपनी पहली परियोजना को पूरा करने के लिए यह अधिग्रहण कैसे होगा ऑस्ट्रेलिया ने 18 महीनों के बाद इसकी योजना बना ली है। ऑस्ट्रेलिया की पारंपरिक रूप से सशस्त्र परमाणु-संचालित पनडुब्बी क्षमता को विकसित करने के लिए कदमों की घोषणा कर रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया एडिलेड में आठ परमाणु-संचालित पनडुब्बियों का एक बेड़ा बनाएगा।
काफी मुश्किलों के बाद हुई डील
इस डील को पूरा करना इतना आसान नहीं था। इस डील के लिए तीनों देशों के बीच कई महीनों से बातचीत जारी थी। ऑस्ट्रेलिया ने फ्रांस से पनडुब्बी खरीदने के लिए 90 अरब डॉलर की डील रखी थी। हालांकि बाद में यह डील टूट गई। इसे लेकर दोनों देशों के बीच काफी तकरार भी देखने को मिली थी। बाद में ऑस्ट्रेलिया 58.5 करोड़ डॉलर का मुआवजा देने को राजी हुआ। अब तीनों देशों के बीत हुई डील कितनी अहम है इसे इसी बात से समझा जा सकता है कि 65 साल में पहली बार और इतिहास में केवल दूसरी बार अमेरिका ने अपनी परमाणु तकनीक किसी के साथ साझा की है। ऑस्ट्रेलिया के लिए यह डील इसलिए भी अहम है कि उसके पास कॉलिन्स क्लास की डीजल-इलेक्ट्रिक पनडुब्बी है जो 2038 तक सर्विस से बाहर होंगी। दूसरी तरफ न्यूक्लियर पावर वाली पनडुब्बियां 2040 तक आएंगी। अगर ऐसा होता तो ऑस्ट्रेलिया की क्षमता पर काफी असर पड़ता।
क्या है AUKUS डील
यह डील ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और ब्रिटेन के बीच एक सुरक्षा समझौता है। इस डील में तीनों देश एक दूसरे के साथ अपना खुफिया जानकारी साझा करेंगे। इस डील में ऑस्ट्रेलिया को एक परमाणु पनडुब्बी मिलेगी जिसे दक्षिण चीन सागर और प्रशांत महासागर में तैनात किया जाएगा। इस डील में ऑस्ट्रेलिया को तीन पनडुब्बियां मिलेंगी। इस डील के तहत ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन एक नई तरह की पनडुब्बी बनाएंगी। इसका नाम SSN-AUKUS होगा। SSN-AUKUS का जीवनकाल 30 साल का होगा।