अमेरिका में एक हफ्ते के भीतर तीन भारतीय छात्रों की मौत हो चुकी है। यह दावा मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से किया जा रहा है। खबरों के मुताबिक सिनसिनाटी में एक भारतीय छात्र को मृत पाया गया है, हालांकि उसकी मौत के कारण फिलहाल सामने नहीं आए हैं लेकिन यह अमेरिका में रहने वाले छात्रों और उनके माता-पिता के लिए परेशानी का सबब बनता जा रहा है। एक हफ्ते के भीतर ऐसे तीन मामले सामने आ गए हैं।

एक हफ्ते में तीन मामले

अमेरिका में ऐसे तीन मामले सामने आ गए हैं। एक मामले 25 साल के विवेक सैनी को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। विवेक ने हाल ही में अमेरिका में एमबीए पूरा किया था। 16 जनवरी को एक ड्रग एडिक्ट जूलियन फॉल्कनर ने उसपर पर बेरहमी से हमला किया था। दरअसल फॉल्कनर बेघर था और विवेक सैनी ने उसे चिप्स, पानी, कोक और एक जैकेट देकर इंसानियत दिखाई दी। लेकिन जब विवेक ने उससे जाने के लिए कहा तो उसने हथोड़ी से उसपर हमला कर दिया और विवेक की जान चली गई।

ऐसे ही दूसरे मामले में पर्ड्यू विश्वविद्यालय में कंप्यूटर विज्ञान के प्रमुख नील आचार्य की हत्या हो गई थी। वह 28 जनवरी को लापता हो गए थ। बाद में उनका शव विश्वविद्यालय परिसर में पाया गया। नील की मां गौरी आचार्य ने अपने लापता बेटे के बारे में जानकारी देने की अपील करते हुए सोशल मीडिया पर मदद मांगी। फिलहाल उनकी मौत के कारण सामने नहीं आ सके हैं।

इस मामले को लेकर नील आचार्य की मां ने बेटे के लापता होने की जानकारी सबसे पहले सामने रखी थी, जिसके बाद मामला सोशल मीडिया पर आया लोग लिखने लगे। फिलहाल नील की मौत की वजह साफ नहीं हो सकी है। पहले मामले को लेकर भी स्पष्ट जानकारी सामने नहीं आ सकी है। इससे पहले भी अमेरिका में इस तरह के मामले सामने आते रहे हैं।