वरिष्ठ कांग्रेस नेता और राज्यसभा सदस्य आनंद शर्मा ने अच्छे आतंकवादी और बुरे आतंकवादी जैसा कुछ नहीं होने की बात कहते हुए पश्चिम एशिया समेत भारत के विस्तृत पड़ोस में फैली आतंकवाद की जड़ों को लेकर गंभीर चिंता जतायी और इस बुराई के खिलाफ लड़ाई में समान रुख अपनाने की मांग की।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के मिशन द्वारा यहां जारी किए गए एक बयान के अनुसार राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता शर्मा ने कहा कि भारत आतंकवाद के संकट से अब भी जूझ रहा है और ‘पश्चिम एशिया समेत भारत के विस्तृत पड़ोस’ में फैली आतंकवादी की जड़ें गंभीर चिंता का विषय हंै।
शर्मा ने आईएसआईएस की हिंसक और बर्बर कार्रवाइयों का हवाला देते हुए कहा कि आतंकी ताकतें किसी धर्म का प्रतिनिधित्व नहीं करतीं क्योंकि कोई भी धर्म नृशंस अपराधों की और जीने के अधिकार एवं आजादी को छीनने की मंजूरी नहीं देता।
उन्होंने गत छह जुलाई को ‘काउंसिल मीटिंग ऑफ दि सोशलिस्ट इंटरनेशनल यूनाईटेड नेशंस’ को संबोधित करते हुए पश्चिम एशिया में आईएसआईएस की मौजूदगी बने होने को लेकर आगाह किया और कहा कि ‘अच्छे आतंकवादी और बुरे आतंकवादी’ जैसा कुछ नहीं होता।
शर्मा ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में समान रुख अपनाने की अपील करते हुए कहा कि गरीबी उन्मूलन, सर्वशिक्षा, वैश्विक स्वास्थ्य, सतत विकास, विश्व शांति जैसे वैश्विक महत्व के दूसरे मुद्दों पर तभी ध्यान दिया जा सकता है जब आतंकवाद की समस्या का अंत हो क्योंकि शांति एवं स्थिरता विकास के लिए अनिवार्य शर्तें हैं।